असदुद्दीन ओवैसी कर्नाटक में परीक्षाओं के लिए ड्रेस कोड की घोषणा पर बरसे, राज्य की मौजूदा कांग्रेस सरकार को घेरा
(न्यूज़लाइवनाउ-India) कर्नाटक में 18 और 19 नवंबर को होने वाली विभिन्न बोर्डों और निगमों की भर्ती परीक्षाओं के लिए कर्नाटक परीक्षा प्राधिकरण (KEA) की ओर से ड्रेस कोड की घोषणा किए जाने पर एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने निशाना साधा है. उन्होंने पिछली बीजेपी सरकार का जिक्र करते हुए राज्य की मौजूदा कांग्रेस सरकार को घेरा.
एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कर्नाटक में होने वाली भर्ती परीक्षाओं के लिए ड्रेस कोड की घोषणा होने पर कांग्रेस पर निशाना साधा है. दरअसल, कर्नाटक परीक्षा प्राधिकरण (केईए) ने कहा है कि परीक्षा हॉल में ऐसा कोई परिधान या टोपी पहनने की अनुमति नहीं होगी जो सिर, मुंह या कान ढकता हो. आदेश में कहा गया है कि यह ब्लूटूथ डिवाइसेज के इस्तेमाल से परीक्षा में होने वाली गड़बड़ियों को रोकने के प्रयास का हिस्सा है.
इस पर हैदराबाद सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने मंगलवार (14 नवंबर) को अपने आधिकारिक X हैंडल से एक पोस्ट में कहा, ”कर्नाटक की कांग्रेस सरकार ने परीक्षाओं में हिजाब पर प्रतिबंध लगा दिया है. इसने पिछली बीजेपी सरकार के हिजाब प्रतिबंध को भी रद्द नहीं किया है.” ओवैसी ने यह ट्वीट अंग्रेजी में किया, जिसमें उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए पार्टी का नाम कुछ इस प्रकार लिखा- Congress.
तेलंगाना कांग्रेस अध्यक्ष पर पलटवार
इसी के साथ ओवैसी ने तेलंगाना के कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष रेवंत रेड्डी के उस बयान पर निशाना साधा, जिसमें कहा गया था कि वह (असदुद्दीन ओवैसी) शेरवानी के नीचे खाकी निक्कर पहनते हैं. तेलंगाना कांग्रेस अध्यक्ष रेवंत रेड्डी पर पलटवार करते हुए ओवैसी ने पोस्ट में आगे लिखा, ”तेलंगाना कांग्रेस प्रमुख आरएसएस अन्ना तेलंगाना में ‘कर्नाटक मॉडल’ लागू करना चाहते हैं. यही कारण है कि वह शेरवानी को गाली देते रहते हैं और मुस्लिम टोपी पहने नजर आने से बचते हैं. कपड़े देख कर पहचानो, जैसा कि उनके सबसे अच्छे दोस्त मोदी ने एक बार कहा था.”
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द हिंदू की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि हालांकि ड्रेस कोड स्पष्ट रूप से हिजाब पर प्रतिबंध नहीं लगाता है, यह नए दिशानिर्देशों में निहित है. पहले हिजाब पहनने वाली महिलाओं को गहन जांच के लिए परीक्षा केंद्रों पर जल्दी पहुंचना पड़ता था, उसके बाद उन्हें हॉल में जाने की अनुमति दी जाती थी.
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