बीजेडी नेता और पूर्व आईएएस वीके पांडियन ने सक्रीय राजनीति से लीया संन्यास।

न्यूज़लाइवनाउ: ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के करीबी माने जाने वाले बीजू जनता दल (बीजद) के नेता वी.के. पांडियन ने रविवार को सक्रिय राजनीति से संन्यास ले लिया. पांडियन ने रविवार को एक वीडियो जारी कर अपने फैसले की घोषणा की. पूर्व आईएएस अधिकारी ने कहा कि उन्होंने “अपनी अंतरात्मा की आवाज पर यह फैसला किया है.

लोकसभा और विधानसभा चुनाव में बीजेडी को मिली करारी हार के बाद से ही वीके पांडियन के राजनीतिक भविष्य पर प्रश्न चिन्ह लग गया था. इस बीच रविवार (9 जून) को वीके पांडियन के राजनीति से संन्यास के फैसले ने सबको चौंका दिया है. हालांकि, नवीन पटनायक के अपने उत्तराधिकारी पर हालिया बयान के बाद पांडियन को लेकर अटकलें बढ़ गई थीं.

ओडिशा के राजनीतिक गलियारों में लंबे समय से चर्चा रही थी कि वीके पांडियन ही नवीन पटनायक के उत्तराधिकारी होंगे. बीजेडी प्रमुख नवीन पटनायक ने 8 जून को अपने उत्तराधिकारी के मुद्दे पर चुप्पी तोड़ी. पटनायक ने अपने करीबी सहयोगी वीके पांडियन को लेकर कहा कि वह उनके उत्तराधिकारी नहीं हैं. बीजेपी ने ओडिशा में लोकसभा और विधानसभा चुनाव के दौरान नवीन पटनायक के करीबी वीके पांडियन को लेकर प्रचार करते हुए दावा किया था कि सीएम पटनायक राज्य के लोगों पर एक गैर-उड़िया शख्स को थोपने की कोशिश कर रहे हैं.

हालांकि, नवीन पटनायक ने वीके पांडियन की तारीफ करते कहा, ”उन्होंने चक्रवात हो या फिर कोविड-19 महामारी हर समय बेहतरीन काम किया है. उन्होंने नौकरी से इस्तीफा दिया और उसके बाद वह पार्टी में शामिल हो गए. वह एक निष्ठावान और ईमानदार व्यक्ति हैं और उन्हें इसके लिए याद किया जाना चाहिए.”

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