कच्चे तेल में फिर आया उबाल, भारत की मुश्किलें बढ़ सकती है, 92.92 डॉलर प्रति बैरल तक जा पहुंचा

न्यूज़लाइवनाउ – पश्चिम एशिया में इजरायल और हमास के बीच युद्ध बेहद भीषण रूप लेता जा रहा है. ऐसे में वैश्विक तनाव के बढ़ते खतरे के मद्देनजर अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें फिर से 93 डॉलर प्रति बैरल के करीब जा पहुंचा है. ग्लोबल ऑयल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड की कीमत 3.36 फीसदी के उछाल के साथ 92.92 डॉलर प्रति बैरल तक जा पहुंचा है.

कच्चे तेल के दामों में आई तेज उछाल के चलते ही बुधवार को भारतीय शेयर बाजार में बड़ी गिरावट देखने को मिली. गाजा के अस्पताल पर स्ट्राइक के बाद पश्चिम एशिया और खाड़ी के देश में तनाव बढ़ता जा रहा है. इस बात की आशंका जताई कि इजरायल और हमास के बीच युद्ध पूरे पश्चिम एशिया से लेकर खाड़ी के देशों तक फैल सकता है. इसकी के चलते कच्चे तेल की कीमतों में उबाल देखने को मिल रहा है.

रुपया कमजोर होकर 83.27 के लेवल पर गिर चुका

कच्चे तेल की कीमतों के बढ़ने से भारत की मुश्किलें बढ़ सकती है अपने ईंधन के खपत के लिए 80 फीसदी से ज्यादा कच्चे तेल के आयात पर निर्भर है. एक तरफ डॉलर के मुकाबले रुपया कमजोर होकर 83.27 के लेवल पर गिर चुका है तो अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में उछाल के सरकारी तेल कंपनियों को दोहरा झटका लग सकता है. उन्हें कच्चे तेल के आयात करने के लिए डॉलर खरीदने के लिए ज्यादा रुपये खर्च करने होंगे. उसपर से कच्चा तेल भी महंगा खऱीदना होगा.

यह भी पढ़ें: 2040 तक चंद्रमा पर पहला भारतीय भेजा जाएगा, पीएम मोदी ने भारतीय वैज्ञानिकों से अंतरग्रहीय मिशनों की दिशा में काम करने का आह्वान किया

पिछले महीने कच्चा तेल 97 डॉलर प्रति बैरल तक जा पहुंचा था. जिसके बाद कीमतें घटकर 85 डॉलर प्रति बैरल तक आ गई. लेकिन इजरायल और हमास के बीच युद्ध के शुरू होने के बाद से कच्चे तेल की कीमतों ने यूटर्न ले लिया और अब 93 डॉलर प्रति बैरल के करीब जा पहुंचा है.

कच्चे तेल के दामों में तेजी के चलते ही भारतीय शेयर बाजार में बड़ी गिरावट देखने को मिली है. सेंसेक्स 550 और निफ्टी में 150 अंकों की गिरावट रही. निवेशकों को करीब 2.50 लाख करोड़ रुपये का नुकसान आज की ट्रेड में हुआ है. बाजार में भी युद्ध के दूसरे क्षेत्रों तक फैसले का डर समा गया है.

और खबरों के लिए हमें फॉलो करें Facebook पर।

Comments are closed.