AIIMS में बच्चे के शव छोड़कर मां-बाप फरार, बच्चे के पूरे मुंह पर धारदार हथियार से किए वार, मौत से पहले मासूम ने दी गवाही
(न्यूज़ लाइव नाउ – उत्तर प्रदेश): उत्तर प्रदेश के जनपद गाजियाबाद से ऐसी घटना सामने आई है जिससे जल्लादों भी शर्मा जाए। गौरतलब है कि एक 12 साल के मासूम की दिल्ली के एम्स में मौत हो गई।और हैरान करने वाली बात यह है की इस बच्चे पर दो दिन पहले धारदार हथियार से हमला हुआ था। लेकिन फिलहाल बच्चे की मौत के बाद से खबर ये है की मां-बाप लापता हैं। ऐसे में बच्चे का शव एम्स के पोस्टमार्टम हाउस में रखा हुआ है और मां-बाप ने अपना जो एड्रेस बताया था, वो भी फर्जी पाया गया है। ऐसे में बच्चे के पेरेंट्स शक के घेरे में आ गए हैं और इसके चलते पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी है।
गाजियाबाद के इंदिरापुरम क्षेत्र के ACP स्वतंत्र कुमार सिंह ने बताया कि 23 अगस्त को एम्स दिल्ली में 12 वर्षीय किशोर रंजन पांडे भर्ती हुआ और 24 अगस्त को इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। रंजन के पूरे चेहरे पर धारदार हथियार से चोट पहुंचाने के निशान थे। बच्चे के मां-बाप ने उसको भर्ती करते वक्त अपना एड्रेस न्यू अशोक नगर, दिल्ली लिखवाया था। बच्चे की जब मौत हो गई तो एम्स ने दिल्ली में लोकल पुलिस स्टेशन को इसकी सूचना दी।
इस मामले में बच्चे की मौत से पहले का एक वीडियो भी सामने आया है। माना जा रहा है कि ये वीडियो घर के अंदर बनाया गया है। इस वीडियो में बच्चा कहता दिख रहा है, “घर में घुसकर चाकू चला दिया। पहले मेरी आंख पर पत्थर मार दिया। आज चाकू चला दिया, सब काट दिया। थाना खोड़ा के पुलिसवाले कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं।” इस वीडियो में बच्चे का पूरा चेहरा कटा हुआ दिख रहा है। उसका एक तरफ से होठ भी कटा हुआ है। लेकिन इस मामले में खोड़ा थाना पुलिस का कहना है कि हमारे पास बच्चे के मां-बाप की ओर से कोई शिकायत नहीं मिली। हमें दिल्ली पुलिस की सूचना पर ही इस केस की जानकारी हुई।
हालाँकि, ये वीडियो 28 सेकेंड का है और इसमें बच्चे का पूरा चेहरा चोटिल हो रखा है और उसका होठ कटा हुआ है। जिसके चलते वो लहूलुहान भी है और ऐसा माना जा रहा है कि ये वीडियो बच्चे के पेरेंट्स ने बनाया है। वही दूसरी तरफ खोड़ा थाना पुलिस का इस बारे में कहना है कि हमारे पास बच्चे के पेरेंट्स ने उस वक्त कोई शिकायत दर्ज नहीं की थी और साथ ही हमें दिल्ली पुलिस की सूचना पर ही इस केस की जानकारी होती देखीं है।
एम्स से बच्चे की जो मेडिकल रिपोर्ट मिली है उसके अनुसार, मासूम की मृत्यु का कारण पेरेंटल नेग्लिजेंस बताया गया है। बाकी शरीर पर कितनी चोटें हैं, ये सब पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चलेगा। पोस्टमार्टम कराने के लिए पुलिस फिलहाल मृतक बच्चे के परिजनों को खोज रही है। जिस तरह से बच्चे के मां-बाप उसे एम्स में छोड़कर लापता हो गए और अपना पता भी गलत लिखवाया है, पुलिस का शक गहरा होता जा रहा है। पुलिस की जांच में ये भी सामने आया कि ये बच्चा 29 जुलाई 2023 को लापता हो गया था लेकिन फिर बाद में वो 12 अगस्त को परिजनों को मिल गया। इसके बाद 23 अगस्त को उसे एम्स दिल्ली में गंभीर रूप से घायल अवस्था में भर्ती कराया गया और 24 अगस्त को उसकी मौत हो गई। एसीपी स्वतंत्र कुमार सिंह का कहना है कि मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर दिल्ली पुलिस पूरे प्रकरण की जांच कर रही है और गाजियाबाद पुलिस हरसंभव सहयोग कर रही है।
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