DELHI-तालिबान के लड़ाकों की तरह आतंकी नौशाद व जगजीत ने काटी युवक की गर्दन, शरीर के 8 टुकड़े किए, पाकिस्तान भेजा वीडियो

पुलिस को इनके मोबाइल से पाकिस्तान व कनाडा वीडियो भेजने के साक्ष्य मिले हैं। जहांगीरपुरी से गिरफ्तार पाकिस्तानी हैंडलर के बारे में बताया कि दोनों ने दिल्ली के भलस्वा डेयरी इलाके में एक युवक का सिर कलम किया था।

(एन एल एन मीडिया – न्यूज़ लाइव नाऊ): दिल्ली पुलिस की Special Cell की गिरफ्त में मौजूद आतंकी नौशाद व जगजीत सिंह के खुलासे ने सुरक्षा एजेंसियों के रोंगटे खड़े करने के साथ-साथ तालिबान की उपस्थिति का एहसास कराया है। Special Cell द्वारा एक आतंकी संगठन से कथित संबंधों के आरोप में गिरफ्तार किए गए दो आरोपियों ने खुलासा किया है कि कुख्यात ISIS से प्रेरित होकर उन्होंने पिछले महीने दिल्ली में 21 साल के एक युवक का सिर काट दिया और कत्ल का 37 सेकंड का वीडियो बनाया। दिल्ली पुलिस ने पूछताछ के हवाले से शनिवार को बताया कि इस वीडियो को उन दोनों ने पाकिस्तान स्थित अपने आका लश्कर के आतंकी सोहेल को भेजा था।

एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि आरोपियों ने युवक की हत्या व वीडियो इसलिए बनाया कि ताकि वह पाकिस्तान में बैठे आईएसआई के हैंडलर सोहेब व अर्शदीप डल्ला को दिखा सके कि वे बड़ी से बड़ी आतंकी वारदात को अंजाम दे सकते हैं। पुलिस को इनके मोबाइल से पाकिस्तान व कनाडा वीडियो भेजने के साक्ष्य मिले हैं। बताया जा रहा है कि युवक की गर्दन काटने से पहले इन्होंने गला दबाकर युवक की हत्या कर दी थी। इसके बाद उसके शरीर के टुकड़े किए थे। उन्होंने बताया कि इसके बाद नौशाद को छह लाख रुपये मिले थे।

सूत्रों की मने तो भलस्वा डेयरी इलाके में युवक का कत्ल और उसका वीडियो भेजना पाकिस्तानी हैंडलर्स का अपने आका सोहेल के प्रति अपनी निष्ठा साबित करने के लिए किया गया काम था। सोहेल आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा हुआ था और मौजूदा वक्त में वह पाकिस्तान के आईएसआई से जुड़ा हुआ है। पुलिस ने कहा कि उन्होंने वीडियो को बरामद कर लिया है।

सूत्रों से पता चला है कि नौशाद को पहली बार 1991-1992 में जहांगीरपुरी से एक हत्या के मामले में गिरफ्तार किया गया था और तिहाड़ जेल में रखा गया था। वहां वह साल 2000 में लाल किले पर हुए हमले के मामले में आरोपी लश्कर के मोहम्मद आरिफ सहित कई आतंकवादियों से मिला था। बाद में वह पैरोल से बाहर हो गया था। साल 1996 में हुए एक हत्याकांड के आरोप में उसे फिर से गिरफ्तार कर लिया गया था। वह 2011 में सोहेल से भी मिला था और कट्टरपंथी बन गया था। सोहेल 2013 में जेल से छूटा और पाकिस्तान चला गया था। साल 2018 में नौशाद भी जेल से बाहर आ गया, लेकिन दो साल बाद उत्तराखंड से जबरन वसूली के एक मामले में गिरफ्तार कर लिया गया। इस बार जेल में बंद होने के दौरान उसकी मुलाकात कनाडा के गैंगस्टर अर्शदीप सिंह गिल के सहयोगी जगजीत सिंह से हुई। पुलिस सूत्रों ने बताया कि अप्रैल 2022 में जब नौशाद फिर से जेल से बाहर आया तो वह आरिफ और शोएब के संपर्क में रहा। नौशाद ने जगजीत के पैरोल पर जेल से बाहर होने के बाद उससे संबंध मजबूत किए।

सूत्रों की मने तो इन आतंकियों को दिल्ली में एक व पंजाब में चार हत्याएं करनी थीं। पंजाब में जिनकी हत्या करनी थीं उनमें सीनियर सिख नेता शामिल है। ये पंजाब के बॉर्डर इलाके में वारदातों को अंजाम देते थे। इनको पंजाब में जिन नेताओं की हत्या करनी थी उनकी रेकी कर ली गई थी। दिल्ली में भी इनको धार्मिक व राजनेता की हत्या करनी थी। इस हत्या के लिए इन्हें जल्द ही निर्देश मिलने वाले थे। आरोपी पाक की खुफियां आईएसआई व अर्शदीप के इशारे पर देश में आतंकी वारदातों को अंजाम देने वाले थे।

 

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