कन्याकुमारी से कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा शुरू हो गई है. राहुल गांधी ने इस यात्रा को हरी झंडी दिखा दी है। कन्याकुमारी से शुरू होकर ये यात्रा 3,570 किलोमीटर का सफर तय कर 150 दिनों बाद जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में ख़त्म होगी। यह यात्रा 12 राज्यों और 2 केंद्र शासित प्रदेशों तक जाएगी। पार्टी का कहना है कि इस यात्रा का मक़सद अन्याय के ख़िलाफ़ लड़ाई, भेदभाव के खिलाफ खड़े होना और जुल्म के ख़िलाफ़ एकजुट होना है। इस यात्रा के जरिए एक तरफ एकता का संदेश दिया जाएगा तो दूसरी तरफ 2024 के लोकसभा चुनाव की राजनीतिक बिसात भी बिछाई जाएगी। इस यात्रा के ज़रिये वो देश में बढ़ रही आर्थिक मुश्किलें, सामाजिक ध्रुवीकरण और राजनीतिक केन्द्रीयकरण को उजागर कर उस पर आम लोगों में बहस छेड़ना चाहती है।
भारत जोड़ो यात्रा की टैगलाइन है “मिले क़दम, जुड़े वतन”. कांग्रेस ने इस यात्रा से जुड़ा एक गीत भी रिलीज़ किया है जिसके बोल हैं “इक तेरा कदम, इक मेरा कदम, मिल जाए तो जुड़ जाए अपना वतन”। कांग्रेस पार्टी का कहना है कि जिन इलाकों से यात्रा नहीं गुज़रेगी वहां भी सहायक यात्राएं निकालने की योजना है। राहुल गांधी का कहना है कि इस यात्रा की ज़रुरत इसलिए पड़ी क्योंकि विपक्ष के सामने और कोई रास्ता ही नहीं है। उन्होंने ने ये भी कहा है कि पिछले आठ सालों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हिंदुस्तान को कमज़ोर करने का काम किया है।
इसी बीच भाजपा नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने यहां संवादाताओं को संबोधित करते हुए यह दावा भी किया कि यात्रा के जरिए अपने पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को नेता के रूप में स्थापित करने का कांग्रेस का यह एक और प्रयास है। प्रसाद ने यह कहते हुए राहुल गांधी पर तंज भी कसा कि जो व्यक्ति अपनी पार्टी को नहीं जोड़ सका वह भारत जोड़ो यात्रा पर निकला है। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व शर्मा ने ‘‘यह शताब्दी का कॉमेडी’’ कहकर कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा का मजाक उड़ाया है।
भाजपा ने पाकिस्तान में आतंकी अड्डों पर हुए बालाकोट एयरस्ट्राइक पर सवाल उठाने, कोविड महामारी के दौरान लॉकडाउन लगाने और सरकार के अन्य कार्यक्रमों की आलोचना किए जाने का जिक्र करते हुए आरोप लगाया कि राहुल गांधी ने पूर्व में देश को कमजोर करने की कोशिश की है।