(एनएलएन मीडिया ) नई दिल्ली। पड़ोसी पहले की नीति पर अमल करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी चार साल में तीसरी बार नेपाल यात्रा पर जा रहे हैं। कुछ देर बाद पीएम मोदी नई दिल्ली से रवाना होकर सीधे जनकपुर 10 बजे पहुंचेंगे। वहां पर उनका नागरिक अभिनंदन होगा। जिस स्थान पर समारोह होगा उस स्थान को बारह बीघा मैदान के नाम से जाना जाता है। मान्यता है कि माता सीता का स्वयंवर वहीं हुआ था। आपको बता दें कि पहली बार ऐसा हो रहा है जब भारतीय पीएम अपनी यात्रा की शुरुआत काठमांडू से न कर जनकपुर से करेंगे। यह स्थान विदेह राजा जनकनंदिनी का मायका है। इस अवसर पर पीएम मोदी जनकपुर से ससुराल अयोध्या के बीच रामायण सर्किट योजना के तहत एसी बस सेवा की शुरुआत करेंगे। बताया जा रहा है इससे भारत-नेपाल के बीच रोटी-बेटी वाले रिश्तों पर नई मुहर लगेगी और दोनों देशों के रिश्तों मिठास को बढ़ावा मिलेगा।नागरिक अभिनंदन समारोह के बाद पीएम मोदी नेपाल के लोगों को संबोधित भी करेंगे। वहीं से पीएम मोदी रामायण सर्किट से जनकपुर को जोड़ने का ऐलान करेंगे। यहां मोदी को एक अभिनंदन पत्र भेंट किया जाएगा। साथ ही उन्हें एक चाबी सौंपी जाएगी। यह चाबी एक प्रतीक हो जो भारत पर मधेस की जनता के विश्वास का संदेश देगी। चाबी एक परिवार के उस सदस्य को सौंपी जाती है जिसपर भरोसा होता है कि वो हर चीज का ध्यान रखेगा।विदेश मंत्रालय के मुताबिक इस दौरे में दोनों देशों के बीच कई अहम समझौते होंगे। इनमें हाइड्रोपॉवर प्रोजेक्ट सबसे अहम है। मोदी इस प्रोजेक्ट का शिलान्यास करेंगे। इससे 900 मेगावॉट बिजली पैदा होगी और इसके 5 साल में पूरा होने की उम्मीद है। इस प्रोजेक्ट से विश्व बैंक के हाथ खींचने के बाद भारतीय कंपनी को इसके निर्माण की जिम्मेदारी मिली है। नेपाल सरकार ने हाल ही में भारतीय कंपनी को बिजली उत्पादन का लाइसेंस भी दिया है। इसी प्रोजेक्ट में पिछले दिनों विस्फोट भी हो गया था। बिहार के रक्सौल से काठमांडू के बीच कनेक्टिविटी बढ़ाने समेत और कई अन्य कनेक्टिविटी प्रोजेक्ट पर भी दस्तखत हो सकते हैं। भारत ने नेपाल के प्रधानमंत्री की यात्रा के वक्त इन परियोजनाओं की पेशकश की थी।
नरेंद्र मोदी जनकपुर जाने वाले पहले भारतीय प्रधानमंत्री हैं। जानकी मंदिर के पुजारी राम तपेश्वर दास वैष्णव ने बताया कि मोदी से पूर्व भारत के राष्ट्रपति नीलम संजीव रेड्डी, ज्ञानी जेल सिंह और प्रणब मुखर्जी जानकी मंदिर का दर्शन कर चुके हैं।मोदी की यात्रा के चलते प्रांत के स्कूलों में छुट्टी घोषित की गई है। जनकपुर मंदिर में पूजा करने के बाद मोदी बरबीघा में एक स्वागत समारोह में हिस्सा लेंगे। उसके बाद दोपहर में प्रधानमंत्री काठमांडू के लिए उड़ान भरेंगे। राजधानी काठमांडू में जगह-जगह मोदी के स्वागत के लिए वेलकम गेट बनाए गए हैं। होर्डिंग्स में मोदी और कोली की तस्वीरें लगाई गई हैं। रास्ते में भारत और नेपाल के झंडे भी लगाए गए। दोपहर में मोदी नेपाल की राष्ट्रपति विद्या देवी भंडारी से मुलाकात करेंगे।पीएम शुक्रवार को अपने दो दिवसीय ऐतिहासिक नेपाल यात्रा की शुरुआत करेंगे। दोनों देशों के बीच कमजोर होते भरोसे और नेपाल में चीन की बढ़ती दिलचस्पी को देखते हुए कूटनीतिक तौर इससे अहम माना जा रहा है। वहीं नेपाल में नई सरकार बनने के बाद भारत की ओर से यह पहली उच्चस्तरीय यात्रा है। इस दौरान कई अहम समझौते होने की उम्मीद है। मोदी एक हाईड्रो प्रोजेक्ट की नींव रखेंगे। पिछले महीने ही नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली अपने पहले विदेशी दौरे पर भारत आए थे। शनिवार को मोदी उत्तर-पश्चिम नेपाल के मस्तंग जिले में स्थित मुक्तिनाथ मंदिर के दर्शन करेंगे।