नई दिल्ली: विनोद खन्ना और अमिताभ बच्चन के बीच की प्रतिद्वंद्विता को उस समय के मीडिया की उपज कहें या फिर इसके पीछे सच्चाई थी, यह कहना तो थोड़ा मुश्किल है, लेकिन गुरुवार को विनोद खन्ना के निधन के बाद अमिताभ बच्चन ने लिखे अपने ब्लॉग में साफ कर दिया है कि बॉलीवुड के इस ‘हैंडसम हंक’ के जादू से खुद अमिताभ भी नहीं बच सके थे. अमिताभ बच्चन ने विनोद खन्ना के निधन के बाद लिखे ब्लॉग में उनके प्रति अपना प्यार, अपनी इज्जत और दिवानापन, सब एकसाथ जाहिर किया है. अमिताभ ने यह भी बताया कि कैसे उस समय मुंबई के इकलौते नाइटक्लब में, जिसमें विनोद खन्ना सदस्य थे, विनोद खन्ना ने अमिताभ की एंट्री करायी. अमिताभ ने अपने ब्लॉग में कहा है कि वह और विनोद खन्ना ने लगभग एक ही समय में अपना बॉलीवुड सफर शुरू किया और उन्होंने साथ में कई सुपरहिट फिल्में दी हैं.
अपनी और अमिताभ बच्चन की बीच के मुकाबले पर विनोद खन्ना ने सला 2006 में एनडीटीवी को दिए अपने एक इंटरव्यू में कहा था, ‘मुझे लगता है यह प्रतिद्वंद्विता मीडिया ने तैयार की है. हम दोस्त थे और हम अभी भी दोस्त हैं.’ विनोद खन्ना के बारे में लिखते हुए अमिताभ बच्चन ने अपने ब्लॉग में लिखा, ‘मैंने सबसे पहले उन्हें बांद्रा स्थित सुनील दत्त के ऑफिस अजंता आर्ट्स में अंदर जाते हुए देखा, जहां मैं भी अपने लिए काम मांगने की उम्मीद से गया था. मोस्ट गुड लुकिंग हैंडसम यंग मैन. उनका शरीर गठीला था, उनकी चाल की अनूठी अदा और उन्होंने एक खूबसूरत मुस्कान के साथ मेरी तरफ देखा. वह अजंता आर्ट्स में अपनी फिल्म ‘मन का मीत’ पर काम कर रहे थे और मैं एक रोल पाने के लिए संघर्ष कर रहा था, कोई भी, कैसा भी कहीं भी…’
अमिताभ बच्चन ने अपनी और विनोद खन्ना की पहली फिल्म ‘रेश्मा और शेरा’ के दिनों का भी जिक्र किया है. अमिताभ ने शूटिंग के दौरान के कई अनुभव अपने ब्लॉग में लिखे हैं कि कैसे अमिताभ, विनोद खन्ना, रंजीत, थापा साहेब, अली राजा साहेब लगभग 7 लोग इस फिल्म की शूटिंग के लिए जैसलमेंर के एक ही टैंट में रुके थे और बाद में उन्हें अमरीश पुरी ने भी जॉइन किया…
अमिताभ बच्चन लिखा, ‘वह मुझे उस समय होटल ताज में बने शहर के इकलौते नाइट क्लब में ले गए, जहां के वह सदस्य थे और मैं दूर-दूर तक इसके बारे में सोच भी नहीं सकता था. उनकी गीतांजली से शादी जिसे हम सब प्यार से गित्ली कहते थे, उनके बच्चों के जन्म, राहुल और अक्षय, जो अक्सर फिल्म ‘अमर अकबर एंथनी’ की शूटिंग पर आया करते थे…’
अमिताभ ने अपने ब्लॉग में लिखा, ‘वह बड़े स्टार थे लेकिन बहुत ही विनम्र और लोगों की मदद करने वाले थे. वह मुझे अपनी नई पीली कार में घुमाने ले गए थे. उन्होंने लिखा, ‘उदयपुर में एक शूटिंग के दौरान हमें एक होटल में दूर-दूर कमरे मिले. मैंने उन्हें आधी रात में फोन कर बुलाया और अपने अकेलेपन के बारे में बताया तो उन्होंने मुझे अपने कमरे में बुला लिया. एक नए कलाकार की तरह मैं सोच भी नहीं सकता था कि एक सुपरस्टार मेरे साथ इस तरह व्यवहार करेगा.’
अमिताभ बच्चन और विनोद खन्ना 70 और 80 के दशक की कई फिल्मों में साथ नजर आ चुके हैं. अमिताभ बच्चन और विनोद खन्ना ने फिल्म ‘रेश्मा और शेरा’ में पहली बार साथ काम किया. इसके अलावा यह जोड़ी फिल्म ‘हेरा फेरी’, ‘परवरिश’ और ‘मुकद्दर का सिकंदर’ जैसी फिल्मों में नजर आ चुके हैं. इस जोड़ी ने उस दशक की सबसे प्रसिद्ध फिल्म ‘अमर अकबर एंथनी’ में भी साथ काम किया था. एक जमाने में अभिताभ बच्चन और विनोद खन्ना को एक दूसरे का सबसे बड़ा प्रतिद्वंदी माना जाता था.
अमिताभ बच्चन ने अपने फेसबुक पोस्ट पर भी एक कविता के माध्यम से उन्हें अपनी श्रद्धांजति प्रस्तुत की.
अमिताभ ने अपने ब्लॉग के आखिर में लिखा, ‘और इस दोपहर को यह 48 सालों का साथ खत्म हो गया… यह व्यक्ति, यह दोस्त, यह साथी, यह अदा से मुस्कुराता इंसान हमेशा के लिए चला गया… किसी ने यह रास्ता उनकी तरह तय नहीं किया, एक भीड़ भरे कमरे में उनकी जैसी उपस्थिति किसी की नहीं थी, कोई उनकी तरह अपने आसपास खुशियां फैलाता था, जैसे वह करते थे… ‘