सूर्यग्रहण 11 अगस्त 2018 का भारतीयों पर कैसा प्रभाव रहेगा, जानें..

ग्रहण के समय सूर्य और चंद्रमा कर्क राशि में अश्लेषा नक्षत्र में गुलिका से पीड़ित होंगे। गुलिका शनि का उपग्रह है, जिसे बहुत ही अशुभ माना जाता है।

(एनएलएन मीडिया – न्यूज़ लाइव नाऊ): मेदिनी ज्योतिष में ग्रहण के समय बनानेवाली ग्रह स्थिति का बहुत महत्व है। इसका उपयोग मौसम में होनेवाले परिवर्तनों, वर्षा, बाढ़ और भूकंपन आदि की भविष्यवाणियों के लिए किया जाता हैl क्योंकि ग्रहण राजसी ग्रहों सूर्य और चंद्रमा पर लगता है तो इसलिए इसका प्रभाव महत्वपूर्ण व्यक्तियों और शासक वर्ग ( राजनेताओं) पर अधिक देखा जाता हैl ग्रहण जिस नक्षत्र में पड़ता है, वहां जब किसी पाप ग्रह जैसे शनि, मंगल, राहु या केतु का उनके अंशों पर गोचर हो तब भी उसका प्रभाव दिखाई देता हैl पिछले महीने 27 /28 जुलाई की मध्य-रात्रि को पड़े सदी के सबसे बड़े चंद्र -ग्रहण के बाद भारत के कई राज्यों में भारी वर्षा से बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हुई तो वही दूसरी और यूरोप में रिकॉर्डतोड़ गर्मी देखी गई l अब आगामी 11 अगस्त को साल का अंतिम सूर्य ग्रहण पड़ेगा, जो कि भारत में तो दिखाई नहीं देगा किंतु उत्तर-पूर्वी यूरोप, रूस, कज़ाकिस्तान, तिब्बत को छोड़कर समूचे चीन, मंगोलिया, उत्तर और दक्षिण कोरिया तथा कनाडा के उत्तरी भाग में यह खंडग्रास सूर्य-ग्रहण दिखाई देगा l भारतीय समय के अनुसार, यह खंडग्रास सूर्य ग्रहण 11 अगस्त शनिवार को दोपहर 1 बजकर 32 मिनट पर शुरू होकर शाम 5 बजकर 1 मिनट पर समाप्त होगा l ग्रहण के समय सूर्य और चंद्रमा कर्क राशि में अश्लेषा नक्षत्र में गुलिका से पीड़ित होंगे। गुलिका शनि का उपग्रह है, जिसे बहुत ही अशुभ माना जाता है। ज्योतिषशास्त्र के अनुसार, कुंडली में इसकी उपस्थिति के कारण कई प्रकार के कष्ट और पीड़ा को झेलना पड़ता है। साथ ही जलीय राशि कर्क में सूर्य-चंद्रमा के साथ केतु और वक्री बुध असामान्य वर्षा और बाढ़ की स्थिति दिखा रहे हैं l कर्क राशि से प्रभावित पूर्वोत्तर भारत और चीन में 11 अगस्त के सूर्यग्रहण के आसपास भारी वर्षा से बाढ़ आने के योग भी बन रहे हैं l मकर राशि में गोचर कर रहे वक्री मंगल की दृष्टि ग्रहण की राशि कर्क पर होने से 15 दिनों के भीतर चीन में बड़ा भूकंप भी आ सकता है l चीन के लग्न मकर से सप्तम भाव में पड़ रहा यह ग्रहण चीन की अर्थव्यस्था में बड़ी गिरावट ला सकता हैl चीन और अमेरिका में चल रहा व्यापर युद्ध आने वाले इस सूर्यग्रहण के बाद विश्व के शेयर बाजारों में गिरावट ला सकता है, जिसका असर भारत पर भी पड़ेगा l कर्क राशि में पड़ रहा सूर्य ग्रहण भारत और चीन में बड़े नेताओं के स्वास्थ पर भी प्रतिकूल असर दिखाएगा l भारत में स्टॉक एक्सचेंज कुछ चुनिंदा बड़ी कंपनियों के शेयरों में वृद्धि के कारण अभी तेजी पर चल रहा है l किंतु ग्रहण के समय कर्क राशि में वक्री बुध अब आनेवाले दिनों में बड़ी कंपनियों के इन शेयरों में गिरावट के कारण स्टॉक मार्किट में बिकवाली के जोर की ओर ज्योतिषीय संकेत दे रहा हैंl सूर्य के मंगल द्वारा पीड़ित होने से अनाजों और सब्जियों की कीमतों में वृद्धि से आम जनता में असंतोष बढ़ेगाl कर्क राशि में ग्रहण होने से कर्क के अलावा, मिथुन और सिंह राशि के जातकों के लिए ग्रहण शुभ नहीं है, इन्हें कष्ट हो सकता है। इन राशियों के जातकों सेहत का ध्यान रखना चाहिए और धन खर्च को लेकर विशेष ध्‍यान देना चाहिए।

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