भगोड़ा नीरव मोदी को ब्रिटेन की अदालत ने गुरुवार प्रत्यर्पण का आदेश दिया, प्रत्यर्पण के खिलाफ ब्रिटेन में आखिरी अपील खारिज
(एन एल एन मीडिया – न्यूज़ लाइव नाऊ) : ब्रिटेन की लंदन हाईकोर्ट ने नीरव मोदी के भारत प्रत्यर्पण (extradition of Nirav Modi) के खिलाफ ब्रिटेन के सुप्रीम कोर्ट में अपील करने के आवेदन को खारिज कर दिया । भगोड़ा नीरव मोदी अब भारत आएगा । प्रत्यर्पण के खिलाफ ब्रिटेन में उसकी आखिरी अपील खारिज हो गई है । नीरव मोदी 2018 में पंजाब नेशनल बैंक में 11 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा के घोटाले का आरोपी है । लंदन में उच्च न्यायालय ने गुरुवार को हीरा व्यापारी नीरव मोदी के धोखाधड़ी और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों का सामना करने के लिए भारत में अपने प्रत्यर्पण के खिलाफ सर्वोच्च न्यायालय में अपील करने के आवेदन को खारिज कर दिया है । उच्च न्यायालय ने नौ नवंबर को उसके भारत प्रत्यर्पण को हरी झंडी दे दी थी पिछले हफ्ते ही भारतीय प्राधिकारियों ने ब्रिटिश सुप्रीम कोर्ट में भगोड़े हीरा कारोबारी नीरव मोदी के प्रत्यर्पण आदेश के खिलाफ अपील की अनुमति देने का अनुरोध करने वाली उसकी याचिका पर जवाब दिया था। ब्रिटेन की अदालतों में भारत सरकार की ओर से कानूनी लड़ाई लड़ रही क्राउन प्रासीक्यूशन सर्विस (सीपीएस) ने ने 51 वर्षीय नीरव मोदी की अपील के खिलाफ अदालत में अपना जवाब दाखिल किया था । नीरव मोदी भारत छोड़कर भाग गया है । अभी वह लंदन में है ।
नीरव मोदी यूरोपियन कोर्ट ऑफ ह्यूमन राइट्स में अपील कर सकता है । ऐसा माना जा रहा है कि भारत प्रत्यर्पण का रास्ता साफ है, लेकिन इसमें कुछ परेशानियां भी आ सकती हैं । बीते सप्ताह हाई कोर्ट ने नीरव के वकीलों को फटकार लगाई थी और कहा था कि नीरव में सुसाइड की प्रवृत्तियां दिखना, प्रत्यर्पण से बचने का आधार नहीं बन सकता है । यूके के प्रत्यर्पण जज ने फैसला दिया कि भगोड़े डायमंड कारोबारी को भारत में एक केस का जवाब देना है । कोर्ट ने कहा कि नीरव मोदी को मुंबई की आर्थर रोड जेल में नीरव मोदी को पर्याप्त मेडिकल इलाज और मानसिक स्वास्थ्य की देखभाल मिलेगी । जज ने फैसले में कहा कि नीरव मोदी की आत्महत्या का कोई जोखिम नहीं है क्योंकि आर्थर रोड जेल में उन्हें पर्याप्त मेडिल देखभाल की पहुंच होगी ।
ब्रिटेन के जज ने फैसले में कहा है कि नीरव मोदी ने सबूत को बर्बाद करने और गवाहों को डराने की साजिश की है । जज ने नीरव मोदी के मानसिक स्वास्थ्य को लेकर चिंताओं को नकार दिया और कहा कि वह उनके हालातों के किसी व्यक्ति के लिए असामान्य नहीं हैं ।
बता दें कि नीरव मोदी ने पीएनबी की मुंबई ब्रांच में 2 अरब डॉलर से ज्यादा की बैंक धोखाधड़ी की थी, जो 2018 की शुरुआत में नीरव मोदी जनवरी 2018 से भारत से फरार है और इस वक्त यूके की जेल में है । भारत में सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय उसके खिलाफ जांच कर रहे हैं और उसके प्रत्यर्पण की कोशिशों में जुटे हैं । यूके की एक अदालत में नीरव मोदी को भारत को सौंपे जाने को लेकर सुनवाई चल रही थी । बैंक ने 2018 में मंत्रालय को सूचना दी थी कि नीरव मोदी समर्थित तीन कंपनियों Firestar Diamond Inc, A Jaffee Inc और Fantasy Inc को न्यूयॉर्क, अमेरिका के साउदर्न डिस्ट्रिक्ट में चैप्टर 11 बैंकरप्सी प्रोटेक्शन के लिए फाइल किया गया है । पीएनबी ने मंत्रालय से न्यूयॉर्क में बैंकरप्सी प्रोसिडिंग्स में सहयोग करने और शामिल होने का भी आग्रह किया था ।