पहले ही दिन दिल्ली में 2000 के नोटों को लेकर अफरा-तफरी का माहौल, लोगों में दिखा गुस्सा

लोग बैंकों में नोट बदलने के लिए पहुंच रहे हैं लेकिन वर्ष 2016 में हुई नोटबंदी जैसा अफरा-तफरी का माहाैल मंगलवार को नजर आया।राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में 2,000 रुपये के नोट बदलने के पहले दिन अफरा-तफरी का माहौल रहा और कई जगह पूरी प्रक्रिया को लेकर भ्रम भी रहा। कुछ लोगों ने यह शिकायत भी की कि बैंकों ने नोट बदलने की जगह उन्हें खातों में जमा करने का दबाव बनाया और उनसे पहचान पत्र भी मांगा, जबकि मीडिया रिपोर्ट में कहा गया था कि इसकी कोई जरूरत नहीं है।

(एन एल एन मीडिया – न्यूज़ लाइव नाऊ): मंगलवार 23,MAY-2023 से दो हजार के नोट बदलना शुरु हो गये है। लोग बैंकों में नोट बदलने के लिए पहुंच रहे हैं लेकिन वर्ष 2016 में हुई नोटबंदी जैसा अफरा-तफरी का माहाैल मंगलवार को नजर आया।राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में 2,000 रुपये के नोट बदलने के पहले दिन अफरा-तफरी का माहौल रहा और कई जगह पूरी प्रक्रिया को लेकर भ्रम भी रहा। कुछ लोगों ने यह शिकायत भी की कि बैंकों ने नोट बदलने की जगह उन्हें खातों में जमा करने का दबाव बनाया और उनसे पहचान पत्र भी मांगा, जबकि मीडिया रिपोर्ट में कहा गया था कि इसकी कोई जरूरत नहीं है। दिल्ली में चल रही भीषण गर्मी ने स्थिति को और खराब कर दिया। खासतौर से बुजुर्गों को परेशानी हुई और उन्होंने घंटों इंतजार करने की शिकायत की। पंजाब नेशनल बैंक की लाजपत नगर शाखा में लोगों और कर्मचारियों के बीच तीखी नोकझोंक हुई।

वाणिज्यिक बैंकों की शाखाओं पर हालांकि सुबह ज्यादा भीड़ नहीं थी, लेकिन बाद में लंबी कतारें दिखाई देने लगीं। इस दौरान बुजुर्ग नागरिकों के बीच खासतौर से चिंता देखने को मिली। कई ग्राहकों ने असंतोष जताया। इन नोटों को बदलने या जमा करने की सुविधा 30 सितंबर तक उपलब्ध होगी, लेकिन पहले दिन ही बड़ी संख्या में लोग बैंकों में पहुंचे।संसद मार्ग पर स्थित आरबीआई भवन के बाहर ‘‘करीब 25 लोग अपने 2,000 रुपये के नोट बदलने के लिए अब तक आए हैं। यहां व्यवस्था सुचारू रूप से चल रही है।” पिछली बार 2016 में हुई नोटबंदी से अलग इस बार 2,000 रुपये के नोट कानूनी रूप से वैध बने हुए हैं।

इस बीच आरबीआई ने बैंकों को सलाह दी है कि वे 2,000 रुपये का नोट बदलने या जमा करने आए लोगों को धूप के बचाने के लिए ‘शेड’ का इंतजाम करें। साथ ही कतार में लगे लोगों के लिए पीने के पानी की भी व्यवस्था की जाए। उल्लेखनीय है कि 2016 में नोटबंदी के दौरान बैंकों में नोट बदलने के लिए कतारें लगी थीं और आरोप है कि इस दौरान कई ग्राहकों की मृत्यु भी हो गई थी। गत शुक्रवार को 2,000 रुपये के नोटों को वापस लेने की घोषणा के बावजूद यह वैध मुद्रा बना रहेगा। 2016 में नोटबंदी की घोषणा के बाद ऐसा नहीं था।

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