योगी आदित्यनाथ के यूपी में बकरीद दिशानिर्देश जारी किए, जमीयत उलेमा-ए-हिंद ने मुसलमानों से की अपील, बोले- गाइडलाइन का सख्ती से हो पालन

उत्तर प्रदेश में मुस्लिम संगठनों ने पहली बार समुदाय के सदस्यों से अगले महीने बकरीद के दौरान दिशानिर्देशों का पालन करने के लिए कहा है, जिसका उद्देश्य भाजपा शासित राज्य में पशु बलि के संवेदनशील मुद्दे पर किसी भी विवाद से बचना है।

(एन एल एन मीडिया – न्यूज़ लाइव नाऊ): उत्तर प्रदेश में मुस्लिम संगठनों ने पहली बार समुदाय के सदस्यों से अगले महीने बकरीद के दौरान दिशानिर्देशों का पालन करने के लिए कहा है, जिसका उद्देश्य भाजपा शासित राज्य में पशु बलि के संवेदनशील मुद्दे पर किसी भी विवाद से बचना है। ईद अल-अधा या ‘बलिदान का पर्व’ – जिसे लोकप्रिय रूप से बकरीद कहा जाता है – 2 सितंबर को राज्य के मुसलमानों द्वारा मनाया जाएगा, जो यूपी की 20 करोड़ आबादी का अनुमानित 19% हैं। इस साल की शुरुआत में भारी बहुमत हासिल करने के बाद, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार ने गायों के वध पर रोक लगा दी है, जिसे हिंदुओं का एक वर्ग पवित्र मानता है।

द-इल-अजहा गुरुवार यानि 29 जून को मनाई जाएगी। इस कड़ी में सोमवार के दिन मुस्लिम संगठन जमीयत उलेमा ए हिंद ने एक अपील की है। मुस्लिं संगठन ने अपील की है कि ईद-उल-अजहा पर कुर्बानी के मद्देनजर सरकार दिशानिर्देशों का सख्ती से पालन किया जाए। साथ ही जिन जानवरों की कुर्बानी दी गई है उन जानवरों की तस्वीरों को सोशल मीडिया पर शेयर न करें। बता दें कि चांद दिखने के 10वें दिन पर बकरीद का त्योहार मनाया जाता है। इससे पहले बीते सोमवार को देश के कई राज्यों जैसे उत्तर प्रदेश, बिहार, महाराष्ट्र, कर्नाटक में बकरीद का चांद नजर आया था। इसके बाद 29 जून को मुस्लिम संगठनों द्वारा बकरीद मनाने का ऐलान किया गया था।

जमीयत उलेम-ए-हिंद के प्रमुख मौलाना अरशद मदनी ने एक बयान जारी करते हुए कहा है कि मौजूदा हालात के मद्देनजर यह जरूरी है कि मुसलमान जानवरों की कुर्बानी देते वक्त एहतियात बरते। साथ ही मारे गए जानवरों की तस्वीर को सोशल मीडिया पर शेयर न करें। उन्होंने मुसलमानों से अपील की कि कुर्बानी के दौरान सरकारी नियमों का सख्ती से पालन किया जाए व प्रतिबंधित जानवरों की कुर्बानी न दी जाए। उन्होंने कहा कि इस दौरान अगर कोई जायज कुर्बानी को रोकने का प्रयास करता है तो प्रशासन को इसकी सूचना दें।

मदनी ने आगे कहा कि बकरीद के मद्देनजर साफ-सफाई का विशेष ध्यान दें। साथ ही जानवरों के शरीर के कचरे को सड़क, नालियों या गलियों में न फेंके। उन्हें इस तरीके से दफनाया जाए ताकि कोई दुर्गंध न फैले। उन्होंने कहा कि सांप्रदायिक तत्वों द्वारा किसी प्रकार अगर उकसाया जाता है तो इस स्थिति में पुलिस को इस बात की सूचना दें। बता दें कि 29 जून को बकरीद का त्योहारा मनाया जाएगा। ऐसे में दिल्ली सरकार द्वारा बकरीद के मद्देनजर दिशानिर्देश जारी किया गया है।

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