(न्यूज़लाइवनाउ-India)राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने राज्यसभा के लिए चार प्रतिष्ठित व्यक्तियों को नामांकित किया है। इनमें वरिष्ठ राजनयिक हर्ष श्रृंगला, प्रसिद्ध वकील उज्ज्वल निकम, प्रख्यात इतिहासकार डॉ. मीनाक्षी जैन और सामाजिक कार्यकर्ता सदानंदन मास्टर का नाम शामिल है।
पूर्व विदेश सचिव हर्ष श्रृंगला का नाम इस सूची में विशेष रूप से उल्लेखनीय है। वे अमेरिका में भारत के राजदूत सहित कई महत्वपूर्ण राजनयिक पदों पर कार्य कर चुके हैं। उन्हें रणनीतिक मामलों और अंतरराष्ट्रीय कूटनीति में गहरी विशेषज्ञता प्राप्त है।
उज्ज्वल निकम देश के चर्चित विशेष सरकारी वकीलों में गिने जाते हैं। उन्होंने आतंकवाद और संगठित अपराध से जुड़े कई हाई-प्रोफाइल मामलों में अभियोजन पक्ष का प्रतिनिधित्व किया है। 1991 के कल्याण बम विस्फोट मामले में उनकी सक्रिय भूमिका ने उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई। इसके बाद 1993 के मुंबई धमाकों के मामले में उन्हें राज्य सरकार ने विशेष वकील नियुक्त किया, जो उनके करियर में एक अहम पड़ाव साबित हुआ।
निकम ने टाडा अदालत में 14 वर्षों तक सेवाएं दीं और अनेक आतंकी मामलों में मुख्य अभियोजक की भूमिका निभाई। 2008 के मुंबई हमलों के आरोपी अजमल कसाब के मुकदमे में उन्होंने निर्णायक भूमिका निभाई। इस केस के बाद उन्होंने एक बयान दिया था कि “कसाब ने मटन बिरयानी मांगी थी” — यह उन्होंने जनता की भावना को दिशा देने के लिए जानबूझकर प्रचारित किया था।
डॉ. मीनाक्षी जैन का परिचय
डॉ. मीनाक्षी जैन भारतीय इतिहास की ख्यातिप्राप्त विद्वान हैं, जिनका शोध मध्यकालीन और औपनिवेशिक भारत की सांस्कृतिक तथा धार्मिक प्रक्रियाओं पर केंद्रित रहा है। वे गार्गी कॉलेज, दिल्ली विश्वविद्यालय में इतिहास की एसोसिएट प्रोफेसर रही हैं और नेहरू स्मारक संग्रहालय एवं पुस्तकालय में फेलो भी रहीं हैं। भारतीय ऐतिहासिक अनुसंधान परिषद और सामाजिक विज्ञान अनुसंधान परिषद में भी वे उल्लेखनीय पदों पर कार्य कर चुकी हैं।
उनकी चर्चित पुस्तकों में देवताओं की उड़ान और मंदिरों का पुनर्जन्म, राम के लिए युद्ध: अयोध्या में मंदिर का मामला, सती: इंजीलवादी, बैपटिस्ट मिशनरी और औपनिवेशिक विमर्श, राम और अयोध्या और समानांतर रास्ते शामिल हैं। 2020 में उन्हें पद्मश्री से सम्मानित किया गया।
सदानंदन मास्टर का योगदान
सदानंदन मास्टर एक समर्पित सामाजिक कार्यकर्ता हैं, जो दशकों से शिक्षा और सामाजिक सुधार के क्षेत्र में सक्रिय हैं। उन्होंने विशेष रूप से पिछड़े वर्गों, अनुसूचित जातियों और जनजातीय समुदायों के बीच शिक्षा की ज्योति जलाने का कार्य किया है। उनकी छवि एक विनम्र, समर्पित और जमीनी स्तर के नेता की है, जिन्होंने समाज में बदलाव लाने के लिए निःस्वार्थ रूप से कार्य किया है।
Comments are closed.