अमृतपाल भगोड़ा घोषित, पूरे पंजाब में तलाशी तेज, अब तक 112 गिरफ्तार, हरियाणा पुलिस ने भी चलाया चेकिंग अभियान

पंजाब पुलिस का अमृतपाल सिंह अरेस्ट ऑपरेशन जारी है। वहीं अब तक पुलिस ने अमृतपाल सिंह और वारिस पंजाब दे के 112 समर्थकों को गिरफ्तार किया है। वहीं अमृतपाल सिंह को भगोड़ा घोषित कर दिया गया है। एसएसपी स्वर्णदीप सिंह ने कहा है कि वारिस पंजाब दे के प्रमुख अमृतपाल सिंह के ISI कनेक्शन को लेकर जांच जारी है। हमें इनकी एक गाड़ी मिली है।

(एन एल एन मीडिया – न्यूज़ लाइव नाऊ): अमृतपाल सिंह की तलाश में शनिवार दोपहर पुलिस ने जालंधर की शाहकोट-मलसियां रोड पर ऑपरेशन चलाया। पुलिस ने मौके से संस्था के सात लोगों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि अमृतपाल सिंह मौके से अपने कुछ साथियों के साथ फरार हो गया। उसके पीछे पुलिस की करीब 60 गाड़ियां लगी। पुलिस को पीछे देखकर उसका ड्राइवर गाड़ी लिंक रोड की तरफ मोड़कर भगा ले गया। पंजाब पुलिस खालिस्तान समर्थक और कट्टरपंथी अमृतपाल सिंह की तलाश में जुटी है। पंजाब में उसकी तलाश में पुलिस जगह-जगह दबिश दे रही है। माहौल बिगड़ने की आशंका के मद्देनजर पंजाब में रविवार दोपहर तक मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं। SSP ग्रामीण जालंधर स्वर्णदीप सिंह ने कहा कि लोगों को कानून व्यवस्था पर विश्वास दिलाने के लिए हम फ्लैग मार्च निकाल रहे हैं. ISI कनेक्शन को लेकर जांच जारी है। हमें इनकी एक गाड़ी मिली है. उसमें से एक जानलेवा हथियार, 57 जिंदा कारतूस और एक वॉकी-टॉकी सेट बरामद हुआ है।

फाजिल्का, मोगा, बठिंडा और मुक्तसर समेत कई जिलों में धारा 144 लागू करने के साथ ही भारी सुरक्षा बल तैनात कर दिए गए हैं। हिमाचल और जम्मू-कश्मीर से लगती पंजाब की सीमा को सील कर दिया गया है। संगठन वारिस पंजाब दे के प्रमुख अमृतपाल की गिरफ्तारी को लेकर बड़ा ऑपरेशन चलाते हुए उसके 78 समर्थकों को गिरफ्तार किया है। इसके साथ ही देर रात पुलिस ने अमृतपाल सिंह के फाइनेंसर दलजीत सिंह कलसी को गुरुग्राम से गिरफ्तार कर लिया है। जबकि उसका चाचा हरजीत सिंह, ड्राइवर हरप्रीत, गुरु औजला, तूफान और पफ्लप्रीत सिंह अभी फरार हैं।

जालंधर सीपी कुलदीप चहल ने बताया कि अमृतपाल की दोनों गाड़ियां जब्त करने के साथ उसके सभी गनर को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। गनर के शस्त्र लाइसेंसों की जांच चल रही है। उधर, शनिवार दोपहर पुलिस ने जालंधर की शाहकोट-मलसियां रोड पर ऑपरेशन चलाया। पुलिस ने मौके से संस्था के सात लोगों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि अमृतपाल सिंह मौके से अपने कुछ साथियों के साथ फरार हो गया। उसके पीछे पुलिस की करीब 60 गाड़ियां लगी। पुलिस को पीछे देखकर उसका ड्राइवर गाड़ी लिंक रोड की तरफ मोड़कर भगा ले गया। जालंधर और मोगा पुलिस उसके पीछे लग गई। कई किलोमीटर पीछा करने के बाद भी पुलिस उसे दबोच नहीं पाई।

पंजाब के आईजीपी सुखचैन सिंह गिल ने कहा है कि पुलिस कानून के दायरे में काम कर रही है। अमृतपाल सिंह अभी भी फरार है और अभी तक गिरफ्तार नहीं किया गया है। अफवाहों और झूठी खबरों पर विश्वास न करें. सभी नागरिकों से अनुरोध है कि वे शांति और सद्भाव बनाए रखें और घबराएं नहीं।

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