असम के मुख्यमंत्री हिमन्त बिश्व शर्मा की बाल विवाह को लेकर लोगों से बाल विवाह के खिलाफ जागरूकता की अपील
मुख्यमंत्री मुख्यमंत्री हिमन्त बिश्व शर्मा ने कहा, 'इस सामाजिक बुराई के खिलाफ अभियान तेज करना होगा। मैंने आज राज्य भर के जिलाधिकारियों और पुलिस अधीक्षकों से इस बारे में चर्चा की है।' उन्होंने ये भी दावा किया है कि लोगों में बाल विवाह को लेकर जागरूकता आने लगी है।'
(एन एल एन मीडिया – न्यूज़ लाइव नाऊ): असम के मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को कहा कि राज्य में बाल विवाह के खिलाफ चल रहे अभियान को और तेज करने पर जोर दिया। उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि राज्य सरकार 2026 तक बाल विवाह को समाप्त कर देगी। मुख्यमंत्री ने कहा, ‘इस सामाजिक बुराई के खिलाफ अभियान तेज किया जाएगा। मैंने आज राज्य भर के जिलाधिकारियों और पुलिस अधीक्षकों से इस बारे में चर्चा की है।’ उन्होंने ये भी दावा किया है कि लोगों में बाल विवाह को लेकर जागरूकता आने लगी है। अब लोग खुद इसके बारे में पूछ रहे हैं। लड़की के घरवालों ने अगर शादी तय कर ली है तो भी वो पुलिस से इस बारे में पूछ रहे हैं। कुछ ऐसे मामले सामने आए हैं, जहां लड़की की उम्र 18 साल होने में दो या तीन महीने ही बची होती है। ऐसे लोग भी अब पुलिस से इस बारे में पूछताछ कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि राज्य भर में बहुत से परिवार ने कम उम्र के लोगों की तय शादियों को चल रहे अभियान के कारण रद्द कर दिया। यह कार्रवाई तीन फरवरी को शुरू की गई थी और 15 फरवरी तक राज्य में 4,225 मामले दर्ज कर 3,031 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। अब तक 98 लोगों को जमानत मिली है। बता दें कि राज्य कैबिनेट ने हाल ही में 14 साल से कम उम्र की लड़कियों से शादी करने वाले पुरुषों को यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण अधिनियम, 2012 (पॉक्सो) के तहत गिरफ्तार करने के प्रस्ताव को मंजूरी दी थी। इसको लेकर विपक्षी दलों ने खूब हंगामा भी किया। पुलिस की कार्रवाई को लेकर भी लोगों में आक्रोश देखने को मिला।