पटना। देशभर के मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस और डेंटल कोर्स में एडमिशन के लिए सीबीएसई का एन्ट्रेंस एग्जाम (नीट) रविवार को सुबह 10.00 बजे से 01 बजे तक हुई। इस बीच चर्चा है कि परीक्षा का पेपर लीक कर गया था। पटना पुलिस ने इस मामले में 5 लोगों की गिरफ्तारी की है। इनमें से दो मेडिकल के छात्र हैं। पुलिस की छापेमारी जारी है।अभी तक पेपर लीक की आधिकारिक पुष्टि नहीं हो सकी है।
नीट पेपरलीक कांड का तार बीएसएससी पेपर लीक कांड से जुड़ता नजर आ रहा है। बीएएससी पेपर लीक कांड के मुख्य आरोपी संजीव गुरू के बेटे गुड्डू को पत्रकार नगर से गिरफ्तार किया गया है। इसके साथ ही एक और लड़के को गिरफ्तार किया गया है। संजीव गुरू की पत्नी नालंदा जिले के नूरसराय से मुखिया है। इस गिरफ्तारी के बाद से एक बार फिर नालंदा जिले का नाम पेपर घोटोले से जुड़ता नजर आ रहा है।
जालसाजों ने रविवार को मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश के लिए सीबीएसई द्वारा आयोजित नीट-2017 की परीक्षा से पूर्व प्रश्नपत्र बांटने की तैयारी कर ली थी। पटना में प्रश्नपत्र लीक करने की कोशिश में लगे दो मेडिकल छात्रों समेत पांच लोगों को सुबह राजधानी पुलिस की टीम ने दबोच लिया। इनके पास से कई तरह के उपकरण, पंचिंग मशीन, इमरजेंसी लाइट, वैन आदि बरामद हुए हैं।
एसएसपी मनु महाराज के मुताबिक गिरोह के सरगना के नाम और ठिकाने की जानकारी मिल गई है। उसे जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा। इसके बाद बड़ा खुलासा होने की संभावना है।
सामने आएगा पूरा सच
पुलिस को पूरी आशंका है कि कुछ परीक्षा केंद्रों के केंद्राधीक्षक की मिलीभगत से पेपर लीक किए गए हैं, जांच की जा रही है। सोमवार तक सच सामने आ जाएगा। फिलहाल गिरफ्तार आरोपियों में पटना मेडिकल कॉलेज का छात्र शिव कुमार (शाहपुर बलवा, नगरनौसा, नालंदा), नालंदा मेडिकल कॉलेज का छात्र शिवम मंडल (खगौल अफसर कॉलोनी), लॉ छात्र अविनाश रोशन (गाजीपुर, अकबरपुर, नवादा), गांधी मैदान स्थित डॉय-ओशियन क्राइस्ट चर्चा स्कूल का केंद्राधीक्षक अविनाश चंद्र दुबे (दीवान मोहल्ला, खाजेकला) और वैन ड्राइवर संजय यादव (मोनियनपुर, नगरनौसा, नालंदा) हैं। शिव और शिवम द्वितीय वर्ष के छात्र हैं। उन्होंने नीट-2015 में अच्छे अंक प्राप्त किए थे। मुख्य सरगना दूसरे जिले का रहने वाला है। उसकी पहचान हो गई है। पुलिस उसकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है।
केनरा बैंक से निकले थे प्रश्नपत्र
पुलिस के मुताबिक सुबह छह बजे कंकड़बाग केंद्रीय विद्यालय से जालसाजों को जानकारी मिली कि डॉय-ओशियन क्राइस्ट चर्चा स्कूल के परीक्षा केंद्र के लिए एक्जीबिशन रोड के लवकुश टावर स्थित केनरा बैंक से प्रश्नपत्र मिलेंगे। परीक्षा केंद्र का केंद्राधीक्षक अविनाश चंद्र दुबे को जालसाजों ने अपने साथ मिला रखा था। प्रश्नपत्र लाने के लिए उसी ने सिक्योरिटी वैन भेजी थी, जिस पर शिव और शिवम सवार थे।
इन्होंने केनरा बैंक से सील किए हुए बक्से में प्रश्नपत्र लिए और केंद्र पर पहुंचने के बजाए वापस पत्रकार नगर इलाके में चले गए। अविनाश रोशन दूसरी कार से वैन के पीछे-पीछे चल रहा था। पुलिस कप्तान मनु महाराज को गुप्त सूचना मिली कि कंकड़बाग केंद्रीय विद्यालय के पास सिक्योरिटी वैन खड़ी है। कुछ लड़के हाथ में औजार लेकर वैन के अंदर घुस रहे हैं। बाहर से दरवाजा बंद कर दिया है।
लड़कों और चालक की हरकत संदेहास्पद है। इसके बाद अपर पुलिस अधीक्षक (मुख्यालय सह अभियान) राकेश दुबे के नेतृत्व में विशेष सेल के दारोगा विनय प्रकाश, गुलाम मुस्तफा, पत्रकार नगर थाने के दारोगा सुनीत कुमार समेत अन्य की टीम गठित की गई। टीम ने वैन की घेराबंदी कर शिव, शिवम, अविनाश रोशन और संजय को दबोच लिया। उनके बयान पर स्कूल से अविनाश चंद्र को गिरफ्तार किया गया। वह बार-बार अविनाश रोशन के मोबाइल पर कॉल भी कर रहा था।
प्रश्नों की तस्वीर खींच तैयार करते उत्तर
गिरोह में शिव और शिवम की भूमिका स्कॉलर के रूप में थी। उनके पास चार मोबाइल थे। चारों मोबाइल से अलग-अलग सेट (ए, बी, सी, डी) की तस्वीर खींचने के बाद स्कॉलर आंसर तैयार करते। उसी क्रम में आंसर को वाट्सएप के माध्यम से अभ्यर्थियों तक पहुंचा दिया जाता। इसके अलावा चार और मोबाइल मिले, जिस पर कोड वर्ड में आम, राम, श्याम आदि लिखा था। कोड में दूसरे राज्य का नाम छिपा है। वहां के सरगना को भी यहीं से प्रश्नपत्र भेजे जाने वाले थे। तफ्तीश से मालूम हुआ है कि इन चारों के अलावा गिरोह के दूसरे सदस्य कहीं और से प्रश्नपत्र निकालने वाले थे। हालांकि उनके बारे में गिरफ्तार आरोपियों को जानकारी नहीं है।
परीक्षा को लेकर सख्त एहतियाती कदमों के बावजूद पेपर लीक की चर्चा गंभीर बात है। फिलहाल, अधिकारी कुछ भी बोलने से कतरा रहे हैं।
विदित हो कि इस बार नीट के लिए 1135104 परीक्षार्थियों ने रजिस्ट्रेशन कराया है। यह पिछले साल की तुलना में 41.42 फीसद ज्यादा है। परीक्षा में फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी से जुड़े कुल 180 ऑब्जेक्टिव टाइप प्रश्न पूछे गए। परीक्षा खत्म होने के बाद अब छात्रों को सीबीएसई की ओर से जारी होने वाली नीट 2017 की आंसर-की का इंतजार है। इसके सहारे वे अपने प्रदर्शन का सही-सही आकलन कर पाएंगे। किसी प्रश्न के उत्तर को लेकर चुनौती देने का भी मौका उन्हें दिया जाएगा।
छात्रों को सवाल पर आपत्ति दर्ज कराने के लिए प्रति सवाल 1000 रुपये की फीस जमा करानी होगी। शुल्क का भुगतान ऑनलाइन किया जा सकता है1 हालांकि अगर छात्रों की आपत्ति अगर सही पाई गई तो उनके पैसे उन्हें वापस कर दिए जाएंगे।
फिलहाल, सीबीएसई ने आंसर-की जारी करने की कोई तिथि निर्धारित नहीं की है। छात्र इसके लिए लगातार सीबीएसई की आधिकारिक वेबसाइट चेक करते रहें।