दिल्ली-NCR में फिरसे बढ़ा प्रदुषण का बोल बाला, GRAP की चौथी स्टेज हुई लागू

(न्यूज़लाइवनाउ-Delhi-NCR) दिल्ली-एनसीआर में बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने 5 नवंबर को चरणबद्ध प्रतिक्रिया कार्य योजना (GRAP) की अंतिम यानी चौथी स्टेज लागू करने की घोषणा की है.

दिल्ली एनसीआर में प्रदूषण बेहद गंभीर हो गया है, इसके चलते ग्रैप की चौथी स्टेज लागू की गई है. ग्रैप चार राजधानी में वायु गुणवत्ता सूचकांक के 450 को पार करने से कम से कम तीन दिन पहले लागू किया जाता है. वायु गुणवत्ता सूचकांक जब 450 अंक पार कर जाता है तो एयर की क्वालिटी ‘अति गंभीर’ मानी जाती है. इससे पहले गुरुवार (2 नवंबर) को ग्रैप की तीसरी स्टेज लागू की गई थी.

चौथे चरण के तहत अन्य राज्यों से केवल CNG

ग्रैप चार स्टेज में प्रदूषण से निपटने के लिए कड़े उपाय किए जाते हैं. दिल्ली में रविवार को सार्वजनिक परियोजनाओं से संबंधित निर्माण कार्यों और प्रदूषण फैलाने वाले ट्रकों और चार पहिया कमर्शियल वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाने का आदेश जारी किया गया है. जीआरएपी के चौथे चरण के तहत अन्य राज्यों से केवल CNG, इलेक्ट्रिक और बीएस-छह मानकों का पालन करने वाले वाहनों को दिल्ली में प्रवेश करने की अनुमति है. वहीं, आवश्यक सेवाओं में शामिल वाहनों को इससे छूट दी गई है.

वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) के नए आदेश के अनुसार, आवश्यक सेवाओं में शामिल नहीं होने वाले सभी मध्यम और भारी मालवाहक वाहनों के भी राजधानी में प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. आपातकालीन उपायों में सरकारी और निजी कार्यालयों में 50 प्रतिशत कर्मचारियों के लिए घर से काम करने के निर्देश भी शामिल हैं.

बंद रहेंगे प्राथमिक विद्यालय 10 नवंबर तक

दिल्ली सरकार ने छोटे बच्चों को इस खतरनाक प्रदूषण से बचाने के प्रयास के तहत सभी प्राथमिक विद्यालयों को 10 नवंबर तक बंद करने की भी घोषणा की है. प्राइमरी स्कूल के अलावा क्लास 6 के ऊपर भी स्कूलों को बंद करने का फैसला संभव है. दिल्ली और राज्य सरकार ऑनलाइन क्लास का फैसला ले सकती है. दिल्ली में मौसम की प्रतिकूल स्थितियों और पड़ोसी राज्यों में पराली जलाने की घटनाओं में वृद्धि के बीच दिल्ली में रविवार को अपराह्न तीन बजे एक्यूआई 463 दर्ज किया गया, जो शनिवार को अपराह्न चार बजे 415 था.

वायु प्रदूषण की यह गंभीर समस्या केवल दिल्ली तक ही सीमित नहीं है, बल्कि पड़ोसी राज्य हरियाणा, राजस्थान और उत्तर प्रदेश के कई शहरों में भी वायु गुणवत्ता खतरनाक स्तर तक पहुंच गई है.

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