(एन एल एन मीडिया – न्यूज़ लाइव नाऊ) : डिजिटल मुद्रा का एलान इस वित्त वर्ष के बजट का एलान करते समय केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने किया था। Digital Rupee आबीआई की ओर से डिजिटल रुपये के पायलट प्रोजेक्ट को लॉन्च किया जा रहा है। शुरुआत में इसका इस्तेमाल केवल थोक लेनदेन के लिए किया जाएगा। इसके लिए आरबीआई ने नौ बैंकों का चयन किया है।
सीतारमण ने बजट भाषण के दौरान कहा था कि केंद्रीय बैंक इस वित्त वर्ष में डिजिटल मुद्रा जारी करेगा। इसके बाद अक्टूबर में आरबीआई ने कहा था कि डिजिटल रुपये के पायलट प्रोजेक्ट को जल्द लॉन्च किया जाएगा।
भारतीय रिजर्व बैंक मंगलवार (1 नवंबर,2022) को डिजिटल रुपये के पायलट प्रोजेक्ट को लॉन्च करने जा रहा है। आरबीआई के द्वारा इस पायलट प्रोजेक्ट के लिए भारतीय स्टेट बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, यस बैंक, आईडीएफसी फर्स्ट बैंक और एचएसबीसी को चुना गया है।
आगे आरबीआई ने कहा कि थोक लेनदेन के लिए डिजिटल रुपये के पायलट प्रोजेक्ट को लॉन्च करने के एक महीने के भीतर ही मर्चेंट और ग्राहकों की सीमित संख्या के साथ कुछ चुनिंदा स्थानों पर रिटेल लेनदेन के लिए भी पायलट प्रोजेक्ट को लॉन्च किया जाएगा। वहीं आरबीआई ने बताया कि e₹-R पायलट प्रोजेक्ट के परिचालन संबंधी जानकारी को समय के साथ उपलब्ध कराया जाएगा।
फिलहाल इस पायलट प्रोजेक्ट में डिजिटल रुपये का इस्तेमाल केवल सेकेंडरी मार्किट में सरकारी प्रतिभूतियों के लेनदेन के लिए उपयोग किया जाएगा। डिजिटल रुपये के इस्तेमाल से उम्मीद की जा रही है कि इंटरबैंक मार्किट में लेनदेन अधिक किफायती हो जाएगा।
केंद्रीय बैंक का कहना है कि डिजिटल रुपये के कारण लेनदेन पहले के मुकाबले किफायती हो जाएगा। इस पायलट प्रोजेक्ट से मिली सीख के आधार पर ही भविष्य में आने वाले पायलट प्रोजेक्ट्स तैयार किए जाएंगे और उनका फोकस थोक और क्रॉस बॉर्डर लेनदेनों पर होगा।