चार बदमाशों ने बेवजह बदमाशों ने ली युवक की जान, जन्म से पहले ही बच्ची हुई अनाथ

शनिवार की देर रात दिल्ली के जहांगीरपुरी थाना इलाके में बीते चार बदमाशों ने एक के बाद एक चार लोगों पर बेवजह चाकू से ताबड़तोड़ हमला कर दिया। इस हमले में तीन लोगों का घायल अवस्था मे अस्पताल में इलाज चल रहा है, जबकि एक युवक की मौत हो गई। मृतक युवक अस्पताल में प्रसव पीड़ा झेल रही अपनी पत्नी के लिए कुछ आवश्यक समान लेने के लिए अस्पताल से बाहर निकला था। बताया जा रहा है कि चारों बदमाश नाबालिग हैं और जहांगीरपुरी इलाके के ही रहने वाले हैं।

दिल्ली पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार सबसे पहली घटना शनिवार की रात 12 बजकर 20 मिनट पर हुई। जब ई-ब्लॉक निवासी 20 वर्षीय लाल सिंह खाना खाने के बाद सड़क पर टहलने निकले थे। तभी वहां से अंधेरे में कुछ लोग गुजरे, जिन्होंने बिना कारण ही लाल सिंह की पीठ पर चाकू से तीन-चार वार किया और वहां से आगे बढ़ गए। शोर सुन कर वहां पहुंचे लोग, घायल युवक को बीजेआरएस अस्पताल ले गए, जहां उनका इलाज चल रहा है।

इस घटना के 20 मिनट बाद ही देर रात 12 बजकर 40 मिनट पर बदमाशों ने घटनास्थल के पास ही ई-ब्लॉक के ही रहने वाले ध्रुव नाम के युवक पर भी चाकू से हमला कर दिया। इसके 10 मिनट बाद बाबू जगजीवन राम अस्पताल के पास सीडी पार्क के रहने वाले मुनाफ पर भी उन बदमाशों ने चाकू से हमला कर दिया। घायल मुनाफ ने बताया कि उसे नहीं पता कि उस पर  चाकू से हमला क्यों किया गया? तीनों ही मामलों में लोगों ने पीसीआर कॉल कर घटना की जानकारी दी और घायलों को अस्पताल पहुंचाया।

बता दें कि देर रात एक बजे जहांगीरपुरी ITI के पास बदमाशों ने रवि नाम के एक 20 वर्षीय युवक पर चाकू से हमला कर दिया। घटना की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस उसे अस्पताल लेकर गई, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। बताया जा रहा है कि रवि, जहांगीरपुरी मंडी में पल्लेदारी का काम करता था। उसकी पत्नी सोनिया प्रेग्नेंट थी। शनिवार को रवि के छोटे भाई धीरू ने रवि को फोन किया था और उसे उसकी भाभी के प्रसव पीड़ा के बारे में बताया था। इस पर रवि मंडी से सीधा अस्पताल पहुंचा था। जहां देर रात उसके परिजनों ने कुछ सामान लाने के लिए कहा था। वह सामान खरीदने के लिए रात को ITI की तरफ गया था। तभी बदमाशों ने उसकी हत्या कर दी। मृतक रवि की पत्नी सोनिया ने रविवार सुबह छह बजे बेटी को जन्म दिया, लेकिन उससे पहले ही उसके सिर से पिता का साया उठ गया।

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