घाटी में जारी तनाव खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. सेना के विरोध के चलते भले ही वहां अब प्रदर्शनकारियों पर पैलेट गन का इस्तेमाल करने के बजाय प्लास्टिक बुलेट के इस्तेमाल की बात हो रही हो. लेकिन, लग रहा है कि जम्मू-कश्मीर में हालात इतनी जल्दी शांत नहीं होने वाले. राज्य में पीडीपी-बीजेपी की संयुक्त सरकार में वरिष्ठ मंत्री प्रकाश के बोल कुछ यही इशारा कर रहे हैं.
कश्मीर बढ़ा रहा है मोदी की टेंशन
कश्मीर घाटी में बढ़ती हिंसा और तनाव ने केंद्र सरकार के माथे पर बल ला दिए हैं. पीएम मोदी खुद कश्मीर को लेकर चिंता में हैं. इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि बुधवार को कैबिनेट की बैठक के फौरन बाद उन्होंने बीजेपी कोर ग्रूप की बैठक बुलाई. इस बैठक में कश्मीर चर्चा का केंद्र रहा.
बैठक में प्रधानमंत्री को राज्य के ताजा हालात से रूबरू कराया गया. पिछले हफ्ते घाटी के दौरे पर गए सेना प्रमुख का आंकलन, मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती से उनकी बातचीत और खुफिया विभाग की रिपोर्ट से पीएम को अवगत कराया गया.
मंगलवार को हुई मुफ्ती की आपात बैठक
कश्मीर के बिगड़े हालातों पर चर्चा के लिए सीएम महबूबा मुफ्ती ने मंगलवार दोपहर कैबिनेट की आपात बैठक बुलाई थी. आपको बता दें कि, 9 अप्रैल को श्रीनगर, बडगाम और गांदेरबल में उपचुनाव के दौरान हिंसक झड़प हुई थी. उसके बाद से कई इलाकों में स्थिति तनावपूर्ण है. श्रीनगर समेत कई इलाकों में सोमवार को सुरक्षाबलों पर पत्थरबाजी के मामले सामने आए थे. इसके बाद कई जगहों पर सुरक्षाबलों ने भीड़ को हटाने के लिए कार्रवाई भी की थी. जिसके बाद अलगाववादियों ने कई जगह पत्थरबाजी के लिए कॉलेज छात्रों को आगे किया. इस बीच, कश्मीर में सभी स्कूल-कॉलेजों को बंद करने का प्रशासन ने आदेश दिया है. इंटरनेट पर भी कल रोक लगा दी गई थी.
पैलेट गन की जगह प्लास्टिक बुलेट
इस बीच, सरकार ने एक बड़ा फैसला लिया है. जम्मू-कश्मीर में उपद्रवियों से निपटने के लिए अब प्लास्टिक बुलेट (गोली) का इस्तेमाल किया जाएगा. केंद्र सरकार की ओर से 1000 प्लास्टिक बुलेट कश्मीर घाटी में भेजा जा चुका है और सुरक्षाबलों को आदेश भी दिया गया है कि वो भीड़ को काबू में करने के लिए वो पैलेट गन का इस्तेमाल ना करें.