शराब नीति मामले में पूछताछ के लिए CBI ऑफिस पहुंचे मनीष सिसोदिया, समर्थकों ने केंद्र सरकार के खिलाफ की नारेबाजी
शराब नीति मामले में पूछताछ के लिए दिल्ली के CBI ऑफिस पहुंच गए हैं। झंडा और बैनर लिए AAP समर्थकों ने उनका अभिवादन किया। इस दौरान समर्थकों ने केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। सिसोदिया राष्ट्रपिता CBI दफ्तर जाने से पहले महात्मा गांधी के समाधि स्थल राजघाट गए।
(एन एल एन मीडिया – न्यूज़ लाइव नाऊ): शराब नीति मामले में पूछताछ के लिए दिल्ली के CBI ऑफिस पहुंच गए हैं। झंडा और बैनर लिए AAP समर्थकों ने उनका अभिवादन किया। इस दौरान समर्थकों ने केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। सिसोदिया राष्ट्रपिता CBI दफ्तर जाने से पहले महात्मा गांधी के समाधि स्थल राजघाट गए। यहां कुछ देर रुकने के बाद समर्थकों के साथ वे रैली के रूप CBI दफ्तर पहुंचे। सिसोदिया ने खुद को भगत सिंह का अनुयायी बताते हुए कहा कि वो देश के लिए शहीद हो गए थे, हम तो झूठे आरोपों के लिए जेल जाना बहुत छोटी चीज है। सिसोदिया को 11 बजे दिल्ली के लोधी रोड पर CBI के हेडक्वॉर्टर पहुंचना था, लेकिन वे करीब 15 मिनट लेट पहुंचे।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने CBI की कार्रवाई को लेकर कहा, ‘आज सिसोदिया को पूछताछ के लिए CBI हेडक्वॉर्टर बुलाया गया है। मुझे सूत्रों से जानकारी मिली है कि सिसोदिया को अरेस्ट किया जा सकता है। ये बेहद निराशाजनक है।‘ CBI दफ्तर पहुंचने से पहले उन्होंने लोगों के नाम संदेश में कहा, ‘जब मैं टीवी चैनल में था। अच्छी सैलरी थी, एंकर था। अच्छी जिंदगी चल रही थी। सब छोड़कर केजरीवाल जी के साथ आ गया। झुग्गी-झोपड़ी में काम करने लगा। आज जब ये मुझे जेल भेज रहे हैं तो मेरी पत्नी घर पर अकेली रहेगी। वो बहुत बीमार रहती है। बेटा यूनिवर्सिटी में पढ़ता है। आपको ध्यान रखना है।’
उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा आपसे कहना चाहता हूं कि स्कूलों में पढ़ रहे बच्चों से मुझे प्यार है। ये मत समझना कि शिक्षा मंत्री मनीष चाचा जेल चले गए तो छुट्टी हो गई। छुट्टी नहीं होने वाली। उतनी मेहनत करना जितनी मुझे उम्मीद है। मन लगाकर पढ़ना। अच्छे से पास होना। अगर पता चला कि हमारे बच्चों ने लापरवाही की तो मुझे खराब लगेगा। अगर मुझे पता चलेगा तो मैं खाना छोड़ दूंगा।’ पूछताछ के लिए निकलने से पहले सिसोदिया ने कहा- आज फिर CBI ऑफिस जा रहा हूं, सारी जांच में पूरा सहयोग करूंगा। लाखों बच्चों का प्यार व करोड़ों देशवासियों का आशीर्वाद साथ है। कुछ महीने जेल में भी रहना पड़े तो परवाह नहीं। भगत सिंह के अनुयायी हैं, देश के लिए भगत सिंह फांसी पर चढ़ गए थे। ऐसे झूठे आरोपों की वजह से जेल जाना तो छोटी सी चीज है।