मंडी में फिर प्रकृति का कहर: बादल फटने से 3 की मौत, कई वाहन मलबे में दबे

(न्यूज़लाइवनाउ-Himachal Pradesh) हिमाचल प्रदेश के मंडी शहर में मौसम ने एक बार फिर विकराल रूप ले लिया। भारी वर्षा और बादल फटने की घटनाओं ने शहर के कई हिस्सों को प्रभावित किया है। विशेष रूप से जेल रोड क्षेत्र में जलप्रलय जैसी स्थिति बनी, जहाँ अब तक तीन लोगों की जान जाने की पुष्टि की जा चुकी है। एक महिला का शव मलबे में फंसी कारों के बीच से कड़ी मशक्कत के बाद निकाला गया।

एक अन्य महिला के लापता होने की सूचना है। कई नागरिकों को खिड़कियाँ तोड़कर सुरक्षित बाहर निकाला गया। पुलिस और NDRF द्वारा बचाव अभियान ज़ोरों पर चलाया जा रहा है। जिला प्रशासन ने मंडी सदर के सभी स्कूलों और शैक्षणिक संस्थानों को आज बंद रखने के आदेश जारी किए हैं। कई दोपहिया और चौपहिया वाहन या तो मलबे में दब गए या तेज़ बहाव में बह गए।

जेल रोड, पैलेस कॉलोनी और ज़ोनल अस्पताल के आस-पास भी बारिश का काफ़ी असर पड़ा है। स्थानीय लोगों ने भय के माहौल में पूरी रात गुज़ारी। मंगलवार सुबह नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर, विधायक अनिल शर्मा, नगर निगम महापौर वीरेंद्र भट्ट, आयुक्त रोहित राठौर और अन्य प्रशासनिक अधिकारी स्थल पर पहुँचे और स्थिति का जायजा लिया। एसपी साक्षी वर्मा भी मौके पर मौजूद थीं।

ब्यास, सुकेती और सकोड़ी नदियों का जलस्तर बढ़ जाने से उनके किनारे बसे घरों के निवासी डरे हुए हैं। धर्मपुर लोनिवि डिवीजन के कार्यालय के पास भारी भूस्खलन हुआ है। कई वाहन मलबे की चपेट में आ गए। चंडीगढ़-मनाली और पठानकोट-मंडी नेशनल हाइवे पर यातायात पूरी तरह अवरुद्ध है।

चंडीगढ़-मनाली मार्ग पर 4 मील, 9 मील, दवाड़ा, झलोगी सहित कई क्षेत्रों में भूस्खलन से सड़कें बंद हैं। वहीं, पठानकोट-मंडी मार्ग पर भी पधर से लेकर मंडी तक अनेक स्थानों पर पहाड़ दरक गए हैं। लगातार हो रही वर्षा के कारण राहत कार्यों में परेशानी आ रही है। विक्टोरिया पुल के नजदीक भी भू-स्खलन की खबर है।

जयराम ठाकुर ने राहत कार्यों का किया निरीक्षण

सुबह के समय नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने मौके पर पहुँचकर राहत प्रयासों की समीक्षा की। उनके साथ डीसी मंडी और विधायक अनिल शर्मा भी मौजूद थे। मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने इस घटना पर शोक प्रकट करते हुए मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना जताई है।

मुख्यमंत्री सुक्खू ने कहा कि जिला प्रशासन पूरी तरह सतर्क है और प्रभावितों की सहायता के लिए हर आवश्यक संसाधन मुहैया कराए जा रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि राहत कार्यों में लगे स्थानीय नागरिकों के सहयोग की सराहना की जाती है। सरकार इस कठिन समय में लोगों के साथ मज़बूती से खड़ी है।

पिछली रात 198.6 मिमी बारिश रिकॉर्ड

मंडी में बीती रात रिकॉर्ड 198.6 मिमी वर्षा हुई। अन्य प्रमुख क्षेत्रों में भी भारी बारिश दर्ज की गई, जिनमें पंडोह (124.0 मिमी), कटौला (89.1 मिमी), देहरागोपीपुर (74.0 मिमी), नादौन, ऊना, गोहर, सुजानपुर टिहरा आदि शामिल हैं।

शिमला मौसम विभाग ने प्रदेश के कई जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। अगले कुछ घंटों में बिलासपुर, चंबा, कांगड़ा, कुल्लू, मंडी, शिमला, सिरमौर, सोलन, ऊना सहित अन्य स्थानों पर भारी से अति भारी बारिश की आशंका जताई गई है। 30 जुलाई से 4 अगस्त तक के लिए येलो अलर्ट भी प्रभावी रहेगा।

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