न्यूज़लाइवनाउ – भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने साल 2024 की पहली मौद्रिक नीति का ऐलान करते हुए इसमें रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया है. आरबीआई ने अपनी मौद्रिक नीति समीक्षा के फैसलों के तहत रेपो रेट नहीं घटाया है, इस तरह रेपो रेट 6.50 फीसदी पर ही बरकरार है. वहीं मार्जिनल स्टैंडिंग फैसिलिटी यानी एमएसएफ और बैंक रेट 6.75 फीसदी पर रखा गया है.
RBI Repo Rate: भारतीय रिजर्व बैंक ने वित्त वर्ष 2023-24 की आखिरी मॉनिटरी पॉलिसी का ऐलान कर दिया है और इसमें रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया है. आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने बैंक की क्रेडिट पॉलिसी के बाद के संबोधन में इसका ऐलान कर दिया है. इसका मतलब है कि फिलहाल आपके लोन की ईएमआई में राहत मिलने के कोई आसार नहीं दिखे हैं. ये मौद्रिक नीति समिति की बैठक 6 फरवरी से शुरू हुई थी और आज पूरी हुई है. इस समीक्षा में आरबीआई ने क्रेडिट पॉलिसी के तहत ‘विड्रॉल ऑफ अकोमोडेशन’ का रुख बरकरार रखा है.
RBI गवर्नर के संबोधन में क्या है खास
आरबीआई गवर्नर ने कहा कि आरबीआई की एमपीसी ने महंगाई के लक्ष्य को 4 फीसदी पर बरकरार रखा है. इस साल इसे और घटाने पर फोकस किया जा रहा है.
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इससे पिछली बार आरबीआई की तीन दिवसीय मौद्रिक नीति 8 दिसंबर 2023 को जारी हुई थी. इसमें केंद्रीय बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा था कि सेंट्रल बैंक ने ‘स्टेटस को’ यानी ‘यथास्थिति’ बरकरार रखी है.
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