हर साल होगी 1 हजार करोड़ रुपये की बचत, अनिल अग्रवाल ने बनाई ये योजना, जून अंत तक उसके ऊपर लगभग 80 हजार करोड़ रुपये के बकाए कर्ज की देनदारी थी
न्यूज़लाइवनाउ – माइनिंग से मेटल तक कारोबार करने वाले दिग्गज बिजनेसमैन अनिल अग्रवाल की कंपनी वेदांता ने तगड़ी बचत करने की योजना तैयार की है. कंपनी अपने ऊपर बकाए कर्ज का समय से पहले भुगतान करने वाली है. उससे कंपनी को हर साल ब्याज के 1 हजार करोड़ रुपये की जबरदस्त बचत होने वाली है. वेदांता के ऊपर पिछले कुछ सालों से कर्ज का बोझ बढ़ा हुआ है.
जुटाया फंड वेदांता ने पिछले महीने
ईटी की एक रिपोर्ट में वेदांता के चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर (सीएफओ) अजय गोयल के हवाले से यह जानकारी दी गई है. बकौल गोयल, समय से पहले कर्ज का भुगतान करने से वेदांता को इस वित्त वर्ष में ब्याज की लागत पर लगभग 750 करोड़ रुपये की बचत होने वाली है. उनका कहना है कि अगले वित्त वर्ष से ब्याज की यह बचत बढ़कर सालाना 1 हजार करोड़ रुपये हो जाएगी.
वेदांता ने हाल ही में बड़े पैमाने पर फंड जुटाने में सफलता हासिल की है. कंपनी ने पिछले महीने क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल प्लेसमेंट (क्यूआईपी) के जरिए 8,500 करोड़ रुपये का फंड जमा किया था. कंपनी को अबू धाबी इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी, गोल्डमैन सैश एएमसी, निप्पॉन म्यूचुअल फंड, एसबीआई म्यूचुअल फंड, यूटीआई म्यूचुअल फंड और आईसीआईसीआई म्यूचुअल फंड जैसे बड़े निवेशकों से फंड मिले थे.
वेदांता पिछले महीने क्यूआईपी से जुटाए गए फंड का इस्तेमाल पुराने बकाए कर्ज का समय से पहले भुगतान में करने वाली है. वेदांता लंबे समय से कर्ज संकट से जूझ रही है और लगातार कर्ज के दबाव को कम करने का हर संभव प्रयास कर रही है. जून तिमाही के अंत तक के आंकड़ों के अनुसार, वेदांता के ऊपर ग्रॉस डेट 78,016 करोड़ रुपये का और नेट डेट 61,324 करोड़ रुपये का है.
जून तिमाही में 5 हजार करोड़ का मुनाफा
कंपनी ने पिछले महीने क्यूआईपी से जो फंड जुटाया है, उसकी ब्याज दर कम है. जबकि पुराने कर्ज पर कंपनी मोटा ब्याज चुका रही है. वेदांता सीएफओ का कहना है कि हाल ही में जुटाए गए फंड की ब्याज दरें 10 फीसदी से कम हैं. प्रभावी ब्याज दर 9 फीसदी के आस-पास रहने की उम्मीद है. ऐसे में वेदांता को कर्ज की लागत 9 फीसदी तक नीचे लाने में मदद मिल रही है.
वेदांता को वित्तीय प्रदर्शन सुधरने से भी कर्ज का समय से पहले भुगतान करने में मदद मिली है. कंपनी ने मंगलवार को जून तिमाही का वित्तीय परिणाम जारी किया. वेदांता को चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में 5,095 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ है. यह साल भर पहले की समान तिमाही की तुलना में 54 फीसदी ज्यादा है. इस दौरान कंपनी की बिक्री बढ़कर साल भर पहले के डबल से ज्यादा हो गई है.
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