बंगाल के कूचबिहार में 2 गुट आपस में भिड़े, 5 लोगों को मारी गोली, 1 की मौत

पश्चिम बंगाल में होने वाले पंचायत चुनाव से पहले लगातार हिंसा की घटनाएं सामने आ रही हैं। इसी कड़ी में आज कूचबिहार जिले में दो गुटों के बीच मंगलवार (27 जून) को हिंसक झड़प हो गई। इस घटना में 5 लोगों को गोलियां लगीं, जिनमें से एक की मौत हो गई। न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, हिंसक झड़प में मरने वाले शख्स का नाम बाबू हक है।

(एन एल एन मीडिया – न्यूज़ लाइव नाऊ): पश्चिम बंगाल में होने वाले पंचायत चुनाव से पहले लगातार हिंसा की घटनाएं सामने आ रही हैं। इसी कड़ी में आज कूचबिहार जिले में दो गुटों के बीच मंगलवार (27 जून) को हिंसक झड़प हो गई। इस घटना में 5 लोगों को गोलियां लगीं, जिनमें से एक की मौत हो गई। न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, हिंसक झड़प में मरने वाले शख्स का नाम बाबू हक है। कूच बिहार के पुलिस आयुक्त सुमित कुमार ने बताया कि गोली लगने से एक शख्स की मौत हो गई है, वहीं चार अन्य घायल है। वोटिंग से पहले नामांकन के दौरान पूरे पश्चिम बंगाल के अलग-अलग इलाकों से आए दिन हिंसा की खबरें सामने आ रही हैं। प्राप्त जानकारी के मुताबिक जिले के दिनहाटा के जरीधल्ला में मंगलवार की सुबह ये हिंसा हुई है, जहां दो गुट आपस में भिड़ गए। इसके बाद गोलीबारी भी हुई। प्राप्त जानकारी के मुताबिक 5 लोग गोली लगने से घायल हो गए। जबकि एक युवक की मौत हो गई। जिसकी पहचान बाबू हक के रूप में हुई है।

वहीं, इस मामले में तृणमूल कांग्रेस के स्थानीय नेता अनारुल हक ने बीजेपी पर इस हिंसक झड़प का आरोप लगाया है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि उनकी पार्टी में बीजेपी के कार्यकर्ताओं ने हमला किया, जिसके चलते ये हिंसक झड़प हुई। उन्होंने कहा कि टीएमसी के कार्यकर्ता सो रहे थे। इसी दौरान अचानक कुछ बीजेपी कार्यकर्ता घर में घुस आए और गोलियां बरसा दीं। जिसमें एक शख्स की मौत हो गई।

इससे पहले जिले में सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस और बीजेपी के कार्यकर्ताओं के बीच भी झड़प हुई थी। पश्चिम बंगाल पंचायत चुनाव में नामांकन पत्रों की जांच के दौरान दोनों पार्टियों के कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए थे। पीटीआई के खबर के मुताबिक, केंद्रीय गृह राज्य मंत्री निशीथ प्रमाणिक पर भी 17 जून को कथित तौर पर हमला हुआ था।

सत्ताधारी दल तृणमूल कांग्रेस की ममता बनर्जी सरकार पर निशाना साधते हुए बीजेपी आरोप लगाया कि निशीथ प्रमाणिक के काफिल पर बम से हमला हुआ था और पुलिस लाचार बनी खड़ी रही। पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, केंद्रीय मंत्री निशीथ प्रमाणिक ने कहा कि जब झड़प हुई तो पुलिस वहां मूकदर्शक बनकर खड़ी देखती रही। उन्होंने कहा कि महिलाओं पर हमला किया गया और बीजेपी कार्यकर्ताओं से नामांकन पत्र छीन लिए गए। इस तरह का कृत्य संविधान का अपमान है।

पश्चिम बंगाल बीजेपी के अध्यक्ष सुकांता मजूमदार ने कहा कि घटना के वक्त टीएमसी नेता उदयन गुहा मौके पर 1000 से 1500 गुंडों के साथ मौजूद थे। इन गुंडों ने बीजेपी कार्यकर्ताओं से कथित तौर पर साहेबगंज के बीडीओ ऑफिस के बाहर से नामांकन पत्र छीन लिए। एएनआई को दिए बयान में सुकांता मजूमदार ने कहा कि निशीथ प्रमाणिक पर बम से हमला किया गया। पुलिस लाचार खड़ी रही। उदयन गुहा वहां अपने गुंडों के साथ खड़ा था। वो बीजेपी कार्यकर्ताओं से बी फॉर्म छीन रहे थे। चुनाव आयोग और राज्य प्रशासन इस पर खामोश है। अगर एक मंत्री पर इस तरह का हमला हो सकता है तो हम कल्पना कर सकते हैं कि पश्चिम बंगाल में क्या हालात हैं। ममता बनर्जी सरकार चला रही हैं या नौटंकी कर रही हैं।

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