यूपी एसटीएफ ने कौशांबी में मोस्ट वांटेड गुरफान को एनकाउंटर में किया ढेर, तौकीर का बदला चुकाने के लिए 2 इंस्पेक्टरों की हत्या करने निकला था गुफरान

पुलिस ने इनामी बदमाश मोहम्मद गुफरान को मार गिराया है। पुलिस की ओर से उस पर सवा लाख रुपये का इनाम घोषित था। आरोपी पर हत्या, लूट और हत्या की कोशिश जैसे कई संगीन मामले थे। कई जनपदों की पुलिस को उसकी तलाश थी, जिसके बाद आज सुबह उसे एनकाउंटर में ढेर कर दिया गया।

(एन एल एन मीडिया – उत्तर प्रदेश): यूपी के कौशांबी में एसटीएफ ने एक और एनकाउंटर को अंजाम दिया है। इस एनकाउंटर में पुलिस ने इनामी बदमाश मोहम्मद गुफरान को मार गिराया है। पुलिस की ओर से उस पर सवा लाख रुपये का इनाम घोषित था। आरोपी पर हत्या, लूट और हत्या की कोशिश जैसे कई संगीन मामले थे। कई जनपदों की पुलिस को उसकी तलाश थी, जिसके बाद आज सुबह उसे एनकाउंटर में ढेर कर दिया गया।

एसपी ब्रजेश श्रीवास्तव ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि ये मुठभेड़ आज सुबह तड़के पांच बजे मंझनपुर के समदा चीनी मिल के पास हुई। खबर के मुताबिक जनपद कौशांबी के थाना कोतवाली समदा क्षेत्र में डीएसपी एसटीएफ और HQ टीम के साथ आज सुबह इनामी बदमाश मो गुफरान की मुठभेड़ हो गई। दोनों ओर से हुई फायरिंग में बदमाश को गोली लगी, जिसके बाद पुलिस ने उसे तत्काल उपचार के लिए अस्पताल लेकर गई। जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

मंगलवार को यूपी एसटीएफ ने कौशांबी के कोतवाली थाना क्षेत्र के समदा इलाके से जिस सवा लाख के इनामी गुफरान को मुठभेड़ में मार गिराया। गुफरान अपने पुराने साथी के एनकाउंटर का बदला लेने की फिराक में घूम रहा था। यूपी एसटीएफ ने 7 जून 2019 को प्रतापगढ़ की शहर कोतवाली इलाके में 1 लाख के इनामी तौकीर को एनकाउंटर में मार गिराया था। पुलिस के इस ऑपरेशन में यूपी एसटीएफ के साथ-साथ प्रतापगढ़ पुलिस भी शामिल थी। तौकीर की हत्या के बाद उसके भाई जैद ने एनकाउंटर करने वाली टीम को लीड कर रहे दो इंस्पेक्टरों को मरने की कसम खाई थी।

बता दें कि सिर्फ 5 साल पहले साल 2019 में प्रतापगढ़ में एक तांत्रिक की हत्या कर गुफरान ने जरायम की दुनिया में कदम रखा था। लेकिन 5 सालों में ही गुफरान ने हत्या, लूट , डकैती, रंगदारी वसूली, हत्या का प्रयास जैसी कई सनसनीखेज घटनाओं को अंजाम देकर प्रतापगढ़ पुलिस के लिए सिरदर्द बन चुका था। हाल ही मे गुफरान ने अपने एक पुराने दोस्त तनवीर को सिर्फ मुखबिरी के शक में जान से मार दिया था। कानूनी दस्तावेजों में अब तक गुफरान पर 14 मुकदमे ही सामने आए हैं।

गुफरान अपने गैंग को बेहद शातिराना ढंग से चलाता था। गैंग में कभी 5 या 6 लोगों से ज्यादा मेंबर शामिल नहीं किए। छोटी गैंग रखकर वो पूरा नियंत्रण रखता। किसी भी वारदात को अंजाम देने के लिए 2 से अधिक लोग अपने साथ नहीं लिए और जिस वारदात को जो साथी अंजाम देते तो दूसरे मेंबर को पता नहीं चलता था। वारदात को अंजाम देने के दौरान खतरा महसूस करते ही फायरिंग करने वाले गुफरान और उसके साथी पुलिस के लिए भी खतरा बनते जा रहे थे। फिलहाल गुफरान एनकाउंटर में मारा गया। उसकी गैंग के 3 सदस्य पहले जेल भेजे जा चुके हैं लेकिन उसकी गैंग में शामिल 2 सदस्यो की तलाश की जा रही है।

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