सीरिया में संघर्षविराम के बावजूद जारी हिंसा, अमेरिका ने चरमपंथी हमलों को लेकर जताई चिंता

(न्यूज़लाइवनाउ-Syria) बीते कुछ दिनों से स्वेदा प्रांत में ड्रूज अल्पसंख्यक समुदाय के लड़ाके सशस्त्र बेडौइन गुटों से भिड़ रहे हैं। दोनों ओर से एक-दूसरे पर अत्याचार और हिंसा फैलाने के आरोप लगे हैं।

हालांकि, सीरिया के अंतरिम प्रमुख अहमद अल-शरा ने हाल ही में “तुरंत प्रभाव से युद्धविराम” का ऐलान किया था, लेकिन इसके बावजूद दक्षिणी हिस्सों में सांप्रदायिक झड़पें थमने का नाम नहीं ले रही हैं। स्वेदा में ड्रूज समुदाय और बेडौइन लड़ाकों के बीच जारी संघर्ष के दौरान मानवाधिकार उल्लंघनों की कई घटनाएं सामने आई हैं। अमेरिका ने इसे लेकर तीखी प्रतिक्रिया दी है और निर्दोषों पर हो रहे हमले और दुष्कर्म को अविलंब बंद करने की अपील की है।

जारी हिंसा के बीच युद्धविराम बेअसर

हालांकि इजरायल और सीरिया ने एक-दूसरे के बीच संघर्ष रोकने पर सहमति जता दी है, और सीरिया सरकार की ओर से इसकी पुष्टि भी हो चुकी है, लेकिन जमीनी हकीकत अलग नजर आ रही है। अमेरिका की मध्यस्थता में हुए समझौते के तहत सीरिया के आंतरिक मंत्रालय ने स्वेदा में सेना की तैनाती की थी। यह इलाका भले ही सीरिया में अल्पसंख्यक ड्रूज का घर हो, लेकिन यहां वे बहुसंख्यक हैं। अब सरकार की सेना पर ही ड्रूज समुदाय को निशाना बनाने के आरोप लगाए जा रहे हैं।

हालांकि, सीरियाई आंतरिक मंत्रालय ने शनिवार रात दावा किया कि स्वेदा से कबीलाई लड़ाकों को हटा लिया गया है और हालात अब काबू में हैं। मंत्रालय के प्रवक्ता नूरेद्दीन अल-बाबा ने टेलीग्राम पर बताया, “शांति समझौते को लागू करने के लिए किए गए प्रयासों के बाद, हमारे सुरक्षाबलों ने उत्तरी और पश्चिमी स्वेदा में स्थिति संभाल ली है। शहर को कबीलाई लड़ाकों से खाली करा लिया गया है और झड़पें समाप्त हो गई हैं।”

इजरायल का हस्तक्षेप और ड्रूज समर्थन

स्वेदा प्रांत में उग्र हिंसा और ड्रूज समुदाय पर हो रहे हमलों के बाद इजरायल ने खुलकर ड्रूज के समर्थन में कदम उठाया। इजरायली सेना ने इस सप्ताह दमिश्क स्थित सरकारी ठिकानों और रक्षा मंत्रालय को निशाना बनाया। इसके तुरंत बाद दोनों देशों ने संघर्षविराम को लेकर सहमति जताई। यह समझौता छह दिन की भारी सांप्रदायिक टकराव के बाद हुआ, जिसमें 900 से अधिक लोगों की जान चली गई।

अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने रविवार तड़के भारतीय समयानुसार एक ट्वीट करते हुए दक्षिण सीरिया में हो रही घटनाओं को “बेहद चिंताजनक और भयावह” बताया। उन्होंने कहा, “पिछले तीन दिनों से अमेरिका इजरायल, जॉर्डन और दमिश्क के अधिकारियों के साथ गहन संवाद में है। निर्दोष नागरिकों के खिलाफ बलात्कार और नरसंहार जैसी घटनाएं अब और बर्दाश्त नहीं की जा सकतीं। यदि सीरियाई प्रशासन एक स्थिर, समावेशी और चरमपंथ से मुक्त देश बनाना चाहता है, तो उसे हिंसक कट्टरपंथी गुटों के प्रवेश को रोकते हुए स्थिति पर नियंत्रण पाना होगा।”

उन्होंने यह भी जोड़ा कि सरकार को खुद के सुरक्षाबलों सहित किसी भी जिम्मेदार पक्ष को न्याय के कटघरे में लाना चाहिए। साथ ही, ड्रूज और बेडौइन समुदायों के बीच जारी टकराव को तत्काल रोके जाने की अपील की।

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