पीएम ओली से नेपाली नेताओं की अपील, कालापानी का मुद्दा राजनयिक माध्यम से सुलझाएं।
नेपाल सरकार ने कहा है कि मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक कालापानी क्षेत्र को नए भारतीय मानचित्र में शामिल किए जाने की बात कही है।
(एनएलएन मीडिया – न्यूज़ लाइव नाऊ) : कालापानी मुद्दा भारत और नेपाल के बीच इस समय गर्म हो चला है। नेपाल के वरिष्ठ राजनीतिक नेताओं ने शनिवार को प्रधानमंत्री के पी शर्मा ओली से राजनयिक चैनलों के माध्यम से भारत के साथ कालापानी क्षेत्र की सीमा के मुद्दे को हल करने का आग्रह किया है। पीछले हफ्ते भारत सरकार ने नए बनाए गए केंद्र शासित प्रदेशों जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के नक्शे जारी किए। नए नक्शे में पाकिस्तान के कब्जे वाला कश्मीर जम्मू-कश्मीर के नए बने केंद्र शासित प्रदेश का हिस्सा है, जबकि गिलगित-बाल्टिस्तान केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख में है। नेपाल सरकार ने कहा है कि मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक कालापानी क्षेत्र को नए भारतीय मानचित्र में शामिल किए जाने की बात कही है। वरिष्ठ नेताओं जिनमें पूर्व प्रधानमंत्री बाबूराम भट्टाराई भी शामिल थे, उन्होंने कहा कि ओली को अपने भारतीय समकक्ष प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ इस मामले को उठाना चाहिए और एक राजनीतिक आयोग का गठन करके मामले को हल करना चाहिए। भट्टराई ने कहा, ‘सीमा विवाद को कूटनीतिक पहल के जरिए हल किया जाना चाहिए। प्रधानमंत्री को अपने भारतीय समकक्ष से संपर्क करना चाहिए और मामले को हल करना चाहिए। ऐतिहासिक दस्तावेजों के आधार पर इस मुद्दे को हल किया जाना चाहिए।’ नक्शे पर नेपाल द्वारा विरोध प्रदर्शन के बाद भारत ने गुरुवार को कहा कि उसके द्वारा जारी किए गया राजनीतिक मानचित्र देश के संप्रभु क्षेत्र को सटीक दर्शाता है। पिछले सप्ताह जारी नए मानचित्र में किसी तरह से नेपाल के साथ उसकी सीमा को बदला नहीं गया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने एक मीडिया ब्रीफिंग में कहा, ‘नए मानचित्र में किसी भी तरह से नेपाल के साथ हमारी सीमा में बदलाव नहीं किया गया है। उसके साथ सीमा का चित्रण करने की कवायद मौजूदा तंत्र के तहत चल रही है। हम अपने नजदीकी और मैत्रीपूर्ण द्विपक्षीय संबंधों की भावना के अनुरूप बातचीत के माध्यम से समाधान खोजने की प्रतिबद्धता दोहराते हैं।’ वहीं नेपाल के पूर्व उपप्रधानमंत्री और राष्ट्रीय जनता पार्टी के अध्यक्ष कमल थापा ने कहा कि ओली को कालापानी क्षेत्र से भारतीय सेना के शिविर को हटाने की पहल करनी चाहिए।