जम्मू और श्रीनगर एयरपोर्ट की सुरक्षा अब होगी CISF के हवाले।
जम्मू कश्मीर के गृह विभाग की ओर से पुलिस महानिदेशक को जारी आदेश में कहा गया है कि दोनों ही अति संवेदनशील एयरपोर्टों की सुरक्षा 31 जनवरी तक सीआईएसएफ को सौंप दी जानी चाहिए।
(एनएलएन मीडिया – न्यूज़ लाइव नाऊ) : जम्मू और श्रीनगर एयरपोर्ट की सुरक्षा के लिए जम्मू कश्मीर प्रशासन ने बड़ा फैसला लिया है। डीएसपी देवेंद्र सिंह की गिरफ्तारी के बाद जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने जम्मू और श्रीनगर के हवाईअड्डों की सुरक्षा केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षाबल CISF के हवाले करने का आदेश दिया है। जम्मू कश्मीर के गृह विभाग की ओर से पुलिस महानिदेशक को जारी आदेश में कहा गया है कि दोनों ही अति संवेदनशील एयरपोर्टों की सुरक्षा 31 जनवरी तक सीआईएसएफ को सौंप दी जानी चाहिए। बता दें कि जम्मू और श्रीनगर हवाईअड्डों की सुरक्षा का दायित्व अभी तक सीआरपीएफ और जम्मू कश्मीर पुलिस के पास था लेकिन बुधवार को जारी नए आदेश के बाद अब राज्य के इन दोनों हवाईअड्डों पर सुरक्षा की तस्वीर बदली नजर आएगी। जारी आदेश में कहा गया है कि हाल ही में डीएसपी एयरपोर्ट सिक्योरिटी देवेंद्र सिंह की गिरफ्तारी के मद्देनजर यह कदम उठाया गया है। बता दें कि डीएसपी दविंदर सिंह को आतंकवादियों को जम्मू-कश्मीर से बाहर निकलने में मदद करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। दविंदर सिंह डीएसपी हवाईअड्डा सुरक्षा के तौर पर तैनात था। उसे शनिवार को जम्मू कश्मीर के कुलगाम जिले में एक वाहन से हिज्बुल मुजाहिद्दीन के आतंकियों नवीद बाबा, आतिफ और आतंकी संगठनों के लिए कथित तौर पर काम कर रहे एक वकील के साथ गिरफ्तार किया गया था। इस बीच सूत्रों ने बताया कि आतंकियों के साथ पकड़े गए डीएसपी देविंदर सिंह का बादामी बाग स्थित सैन्य छावनी से सटा निर्माणाधीन बंगला अब निशाने पर आ गया है। प्रशासन ने नियमों का उल्लंघन कर बनाए गए इस बंगले के बड़े हिस्से को गिराने की तैयारी कर ली है। यही नहीं कैंटोनमेंट बोर्ड भी जरूरी औपचारिकताएं पूरी कर रहा है। छावनी की सुरक्षा के लिए बनाया निगरानी बंकर इस बंगले की दीवार के साथ लगा है। बता दें कि डीएसपी देविंदर सिंह को जम्मू-कश्मीर पुलिस प्रशासन ने बर्खास्त कर दिया है। यही नहीं उसको दिया गया शेरे-कश्मीर पुलिस मेडल भी वापस ले लिया गया है। देविंदर को यह पुरस्कार पुलवामा पुलिस लाइन पर 25-26 अगस्त 2017 को हुए आतंकी हमले के बाद आतंकरोधी अभियान चलाने में वीरता के लिए दिया गया था। राज्य सरकार ने 2018 को गणतंत्र दिवस पर उसको सम्मानित किया था। इससे पहले भी देविंदर आतंकियों की मदद करने के आरोप में निलंबित किया जा चुका है।