पटना: वीवीआईपी इलाके में अपर सचिव की हत्या, घर में घुसकर मारी गोली, लूटा लाखों का सामान।
जिस इलाके में घटना हुई वह राजधानी का वीवीआईपी इलाका है। अपर सचिव के घर से मात्र पांच सौ मीटर की दूरी पर विधानसभा है और उनके घर की दूसरी तरफ लगभग चार मंत्रियों का आवास है।
(एनएलएन मीडिया – न्यूज़ लाइव नाऊ) :बिहार के योजना विभाग के अपर सचिव राजीव कुमार को मंगलवार की अहले सुबह अपराधियों ने घर में घुसकर गोली मार दी। पाटलीपुत्रा स्थित एक निजी नर्सिंग होम में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। हथियारबंद चार नकाबपोश अपराधियों ने राजेश के घर में लूटपाट भी की। साथ ही उनकी पत्नी रजनी रंजन और बच्ची अंतरा के साथ दुर्व्यवहार किया। घटना सचिवालय थाना इलाके के आर ब्लॉक रोड नंबर दो के ए-4 फ्लैट में हुई। सुबह तकरीबन तीन बजे घर के पिछले हिस्से से दीवार लांघकर आए अपराधियों ने घटना को अंजाम दिया। अपराधियों ने लूट के दौरान अवर सचिव को पेट और सीने के बीच में एक गोली मारी और उनके मुंह में कपड़ा ठूंस दिया ताकि वो हल्ला न कर सकें। घर से लाखों की ज्वेलरी और तकरीबन एक लाख कैश लेकर अपराधी हथियार लहराते हुए फरार हो गए। जिस इलाके में घटना हुई वह राजधानी का वीवीआईपी इलाका है। अवर सचिव के घर से मात्र पांच सौ मीटर की दूरी पर विधानसभा है और उनके घर की दूसरी तरफ लगभग चार मंत्रियों का आवास है। मामले में सचिवालय थाने के थानेदार राकेश कुमार भास्कर, गश्ती पार्टी में शामिल सब इंस्पेक्टर अनंत राम सहित छह जवानों को निलंबित कर दिया गया है। एसएसपी मनु महाराज ने कहा कि पड़ताल की जा रही है। अपराधियों को ट्रेस कर लिया गया है। घटना के कारणों पर पड़ताल जारी है। पड़ोसी ने कहा- दो घंटे लेट पहुंची पुलिस: लुटेरों के फरार होने के बाद जब राजीव की पत्नी शोर मचाने लगी तब पड़ोसी जमादार राय उनके घर पहुंचे। उन्होंने बताया कि हमलोगों ने डायल 100 पर लगातार फोन किया लेकिन किसी ने कॉल रिसीव नहीं किया। हमने एंबुलेंस के लिए 108 को भी कई बार फोन किया लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। इसके बाद मेरा बेटा खुद थाने पर जाकर पुलिस को घटना की जानकारी दी। जानकारी मिलने के बाद भी पुलिस तकरीबन दो घंटे बाद मौके पर पहुंची। इस बीच जमादार राय उन्हें लेकर अस्पताल चले गए थे। जमादार राय के बेटे ने कहा कि जब वह थाने पहुंचे तो वहां एक पुलिसकर्मी बैठा हुआ था। घटना की जानकारी देने के बाद भी वह टालमटोल करता रहा। वह बार-बार कह रहा था कि हमारे पास कम स्टाफ है। जिनकी ड्यूटी है वे गश्ती पर निकले हुए हैं। उनके आने के बाद ही कोई मौके पर जाएगा।