कुल्लू :अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद हिमाचल प्रदेश शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज द्वारा हाल ही में रुसा के ऊपर की गई टिप्पणी की कड़ी निन्दा करती है। वर्तमान सरकार ने सत्ता में आने से पहले अपने मैनिफेस्टो में प्रदेश के लाखों छात्रों के साथ वादा किया था कि अगर वे सत्ता में आते हैं तो रूसा के अंतर्गत सीबीसीएस और समेस्टर प्रणाली को समाप्त कर पुरानी वार्षिक प्रणाली लागू करेंगे। लेकिन सत्ता में आने के बाद शिक्षा मंत्री प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर रूसा के ऊपर अलग-अलग बयानबाजी कर रहे हैं। सरकार ने रूसा के पुनर्विचार के लिए एक कमेटी का गठन भी किया था और उस कमेटी ने अपनी रिपोर्ट 21 मई को शिक्षा मंत्री को सौंपी थी जिसमें रुसा के अंतर्गत सेमेस्टर प्रणाली को समाप्त कर वार्षिक प्रणाली लागू करने की सिफारिश की थी। परन्तु प्रदेश सरकार ने उस रिपोर्ट पर अभी तक कोई निर्णय नहीं लिया है।
विभाग संयोजक विकास भल्ला ने कहा कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद हिमाचल प्रदेश ने पिछली सरकार के खिलाफ 30 मार्च 2017 को एक विशाल छात्र आक्रोश रैली का आयोजन किया था, जिसमें विद्यार्थी परिषद की मुख्य मांग सीबीसीएस और सेमेस्टर प्रणाली को समाप्त करके वार्षिक प्रणाली लागू करना थी। इस रैली में उस समय की वीरभद्र सरकार के खिलाफ प्रदेश भर के हजारों छात्रों ने शिमला में सरकार की छात्र विरोधी नितियों के विरोध में प्रदर्शन किया था। इसी विषय को लेकर विद्यार्थी परिषद का प्रतिनिधिमंडल वर्तमान मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज से मिल चुका है। विद्यार्थी परिषद प्रदेश सरकार से मांग करती है कि शीघ्र पुनर्विचार कमेटी की रिपोर्ट पर फैसला लेकर समेस्टर प्रणाली को समाप्त कर पुरानी वार्षिक प्रणाली लागू कर प्रदेश के लाखों छात्रों के भविष्य को बर्बाद होने से बचाया जाए, अगर प्रदेश सरकार जल्द से जल्द समेस्टर प्रणाली को समाप्त कर पुरानी वार्षिक प्रणाली लागू करने का फैसला नहीं लेती है तो विद्यार्थी परिषद का विरोध झेलने के लिए तैयार रहे।