मुंबई लोकल यात्रियों की मुसीबत बढ़ी, हार्बर और ट्रांस-हार्बर रूट पर सेवाएं ठप

(न्यूज़लाइवनाउ-Mumbai) मुंबई की लोकल ट्रेनों पर सफर करने वालों को उस समय भारी दिक्कत का सामना करना पड़ा, जब हार्बर लाइन पर नेरूल के नजदीक सिग्नल सिस्टम में तकनीकी गड़बड़ी आ गई। इसके चलते पिछले एक घंटे से इस मार्ग पर ट्रेन संचालन प्रभावित है। खासकर ऑफिस टाइम में ट्रेनों की आवाजाही बाधित होने से यात्रियों की मुश्किलें बढ़ गई हैं।

मुंबई की जीवनरेखा कही जाने वाली लोकल ट्रेन सेवाओं में लगातार दिक्कतें सामने आ रही हैं। कल सेंट्रल लाइन पर चलती ट्रेन से गिरकर कुछ यात्रियों की दर्दनाक मौत हुई थी, और आज हार्बर व ट्रांस-हार्बर रूट पर यात्रियों को भारी असुविधा झेलनी पड़ी।

सुबह लगभग 8 बजे नेरूल स्टेशन के निकट सिग्नल सिस्टम में आई तकनीकी खामी के चलते हार्बर लाइन की रेल सेवाएं एक घंटे से ज्यादा देर तक ठप रहीं। इस गड़बड़ी का सबसे बड़ा असर उन हजारों यात्रियों पर पड़ा, जो ऑफिस या काम पर समय से पहुंचने की कोशिश में थे। स्टेशन पर भारी भीड़ उमड़ पड़ी और यात्री एक स्टेशन से दूसरे तक जाने के लिए परेशान होते रहे। हालात बिगड़ते देख वाशी से कुछ अतिरिक्त ट्रेन सेवाएं चलाई गईं, लेकिन यात्री भार के मुकाबले वे नाकाफी साबित हुईं।

यात्रियों को झेलनी पड़ी भारी असुविधा

सुबह की इस तकनीकी खराबी ने दोनों रूट्स पर सफर कर रहे ऑफिस और कामकाजी लोगों की रोजमर्रा की दिनचर्या को बुरी तरह से प्रभावित कर दिया। कई लोग निर्धारित समय पर अपने गंतव्य तक नहीं पहुंच पाए और मजबूरन उन्हें वैकल्पिक परिवहन साधनों का सहारा लेना पड़ा। मुंबई में लगातार लोकल सेवाओं में आ रही रुकावटों ने एक बार फिर रेलवे प्रशासन की व्यवस्थाओं और तैयारियों पर सवालिया निशान लगा दिए हैं।

ध्यान देने वाली बात यह है कि हार्बर और ट्रांस हार्बर लाइनों पर प्रतिदिन करीब 25 लाख से ज्यादा लोग सफर करते हैं। हार्बर लाइन रायगढ़ जिले के पनवेल से शुरू होकर दक्षिण मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस (पूर्व में सीएसटी) तक जाती है, जो नवी मुंबई को दक्षिणी मुंबई से जोड़ती है। दूसरी ओर, ट्रांस हार्बर लाइन पनवेल से ठाणे के बीच संचालित होती है, जो नवी मुंबई और ठाणे के बीच आवागमन का प्रमुख साधन है।

कड़े कदम उठाने की मांग

लोकल ट्रेन से यात्रा करने वालों का कहना है कि उनकी सुरक्षा और सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए रेलवे को जल्द ही प्रभावी कार्रवाई करनी चाहिए, वरना “मुंबई की जीवनरेखा” मानी जाने वाली लोकल ट्रेनें रोजमर्रा के यात्रियों के लिए सिरदर्द बन जाएंगी। कई यात्रियों ने यह भी बताया कि बीते कुछ दिनों से लगातार समस्याएं हो रही हैं, जिससे उन्हें भारी असुविधा झेलनी पड़ रही है।

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