रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने दिया सुझाव – हिंद महासागर में भी एयरफोर्स दे ध्यान
इंडियन एयरफोर्स पाकिस्तान और चीन बॉर्डर के साथ ही हिंद महासागर रीजन में भी अपनी मौजूदगी बढ़ा सकती है। एयरफोर्स की कमांडर्स कॉन्फ्रेंस में रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने यह सुझाव दिया।
(एनएलएन मीडिया – न्यूज़ लाइव नाऊ) : इंडियन एयरफोर्स पाकिस्तान और चीन बॉर्डर के साथ ही हिंद महासागर रीजन में भी अपनी मौजूदगी बढ़ा सकती है। एयरफोर्स की कमांडर्स कॉन्फ्रेंस में रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने यह सुझाव दिया। रक्षा मंत्री ने कहा कि अब हिंद महासागर में इंडियन नेवी लीड रोल में है और एयरफोर्स और आर्मी की तरफ से उन्हें बस मदद दी जाती है। लेकिन अब जरूरत है कि इंडियन एयरफोर्स भी यहां ज्यादा ध्यान दे। उन्होंने कहा कि मिलिट्री इंटरेक्शन और एचएडीआर (ह्यूमेनिटेरियन असिस्टेंस एंड डिजास्टर रिलीफ) के जरिए इंडियन एयरफोर्स यहां प्रोएक्टिव रोल निभा सकता है। रक्षा मंत्री ने एयरफोर्स की ट्रेनिंग की भी तारीफ की और बालाकोट में पाकिस्तान के आतंकी कैंप पर की गई एयरस्ट्राइक का भी जिक्र किया। उन्होंने बालाकोट पर सफलतापूर्वक की गई एयरस्ट्राइक के लिए एयरफोर्स की तारीफ की साथ ही कहा कि 27 फरवरी के एयर एक्शन के दौरान विंग कमांडर अभिनंदन ने दिखाया कि एयरफोर्स की ट्रेनिंग में कितनी ताकत है।
रक्षा मंत्री ने सलाह दी कि एयरफोर्स के अधिकारियों को रिटायरमेंट के बाद एचएएल या इंडस्ट्री जॉइन करनी चाहिए ताकि उनके अनुभव का फायदा आगे भी लिया जा सके। उन्होंने इस पर चिंता जताई कि अभी ज्यादा अधिकारी रिटायरमेंट के बाद डिफेंस इंडस्ट्री या शिक्षा के क्षेत्र में नहीं जा रहे हैं जबकि इसकी बहुत जरूरत है। उन्होंने कहा कि हमारी सेना की जरूरत और देश में डिफेंस प्रॉडक्शन के बीच भारी गैप है और यह गैप तभी भर पाएगा जब रिटायरमेंट के बाद अधिकारी अपना अनुभव शेयर करें और इंडस्ट्री जॉइन करें।दुनिया भर में क्या नई तकनीक आ रही है और क्या रिसर्च हो रही है उस पर भी एयरफोर्स अधिकारियों को नजर रखने की सलाह दी गई। रक्षा मंत्री ने कहा कि नया क्या हो रहा है उस पर नजर रखें और बताएं ताकि भारत में भी उन पर काम किया जा सके। गुरुवार से शुरू हुई दो दिन की एयरफोर्स कमांडर कॉन्फ्रेंस में एयरफोर्स की ऑपरेशनल कैपिबिलिटी बढ़ाने पर बात होगी साथ ही बालाकोट में की गई एयरस्ट्राइक और उसके बाद हुए एयर एक्शन की भी समीक्षा होगी।