UP: “जन्मदिन पर दोस्त को दी गई महिला की ‘भेंट’, पूरी रात हुआ उत्पीड़न; गाड़ी नंबर से हुई पहचान, चार्जशीट दाखिल”

(न्यूज़लाइवनाउ-UP) कुशीनगर डांसर यौन शोषण मामले की जांच पूरी हो चुकी है। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ अदालत में चार्जशीट दाखिल कर दी है। रामकोला क्षेत्र में दो महिला कलाकारों के साथ गंभीर अपराध की घटना सामने आई थी। एक डॉक्टर सहित पांच लोगों को आरोपी बनाया गया है।

गोरखपुर में महिला कलाकारों के अपहरण और यौन उत्पीड़न के गंभीर मामले में पुलिस ने जांच पूरी कर ली है और अदालत में चार्जशीट दाखिल कर दी गई है। यह घटना कुशीनगर के रामकोला थाना क्षेत्र की है, जहां डांसरों को कथित रूप से हथियार के बल पर अगवा कर अपराध को अंजाम दिया गया।

मामले में गोरखपुर के डॉ. विवेक सेठ, बरही कोठी निवासी आर्थक सिंह, कृष तिवारी, अस्वन सिंह, नागेंद्र यादव और कुशीनगर निवासी अजीत सिंह को नामजद आरोपी बनाया गया है। इस प्रकरण में आरोपी आर्थक सिंह के खिलाफ पहले से दर्ज आर्म्स एक्ट के मामले को पुनः सक्रिय किया गया है। यह घटना 8 सितंबर 2024 को घटी थी। रामकोला थाना क्षेत्र के एक चौराहे पर स्थित आवास में पश्चिम बंगाल की दो महिला कलाकार निवास कर रही थीं।

आरोप है कि रविवार देर रात करीब 11:30 बजे छह लोग दो लग्जरी वाहनों में सवार होकर एक मकान पर पहुंचे और जबरन महिला कलाकारों के कमरे में घुस गए। हथियार दिखाकर हवाई फायरिंग करते हुए उन्होंने दोनों महिलाओं को ज़बरदस्ती अपनी गाड़ी में बैठा लिया। गोलियों की आवाज सुनकर एक पड़ोसी ने हस्तक्षेप की कोशिश की, लेकिन आरोपितों ने उनके साथ मारपीट की। इससे घबराकर आसपास के लोगों ने अपने घरों के दरवाज़े और खिड़कियां बंद कर लीं।

इसके बाद आरोपित महिला कलाकारों को गाड़ी में बैठाकर कप्तानगंज की दिशा में लेकर चले गए। पीड़िताओं का आरोप है कि रास्ते में उनके साथ अभद्रता और फायरिंग की गई, और फिर कप्तानगंज थाना क्षेत्र के एक घर में ले जाकर उनके साथ सामूहिक यौन शोषण किया गया। एसपी कुशीनगर संतोष मिश्रा ने बताया कि घटना के कुछ ही दिनों के भीतर पुलिस ने तेजी से जांच कर चार्जशीट अदालत में दाखिल कर दी थी। फिलहाल मामला न्यायिक प्रक्रिया के अंतर्गत विचाराधीन है।

वाहन नंबर से हुई आरोपियों की पहचान

महिला कलाकारों के कथित अपहरण की सूचना मिलते ही पुलिस तुरंत हरकत में आ गई थी। जिस मकान में वे किराए पर रह रही थीं, वहां के मालिक ने रामकोला थाने को इसकी जानकारी दी और संदिग्ध वाहन का नंबर भी साझा किया। गाड़ी नंबर के आधार पर पुलिस ने वाहन के मालिक की पहचान की, जिससे पता चला कि वाहन गोरखपुर में पंजीकृत है। इसके बाद कप्तानगंज पुलिस को भी सूचित किया गया। यही जानकारी आरोपियों की पहचान की कड़ी बनी और उनके खिलाफ अपहरण और यौन शोषण का मामला दर्ज किया गया।

घटना के समय कुशीनगर में एएसपी के रूप में कार्यरत अभिनव त्यागी ने इस मामले की जांच में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उन्होंने त्वरित कार्रवाई करते हुए कुछ ही घंटों में सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर पीड़ित महिलाओं को सकुशल बरामद कर लिया था। इसके एक सप्ताह के भीतर उनका तबादला गोरखपुर एसपी सिटी के पद पर हो गया। वहां उन्होंने आरोपी आर्थक सिंह के पुराने मामले की दोबारा जांच करवाई और लापरवाही पाए जाने पर एसएसपी को पत्र लिखा।

गीडा क्षेत्र के एकला बांध पर पंजाब की दो महिला कलाकारों के साथ सामूहिक यौन उत्पीड़न के मामले में शामिल तीन आरोपियों – कर्मवीर निषाद, सोनू निषाद और संत कुमार को हाईकोर्ट से जमानत मिल चुकी है, जबकि दो अन्य आरोपी अभी न्यायिक हिरासत में हैं। पुलिस ने इस प्रकरण में सभी पांचों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के अंतर्गत भी कार्रवाई की थी।

घटना की पृष्ठभूमि

17 जुलाई की रात यह घटना तब हुई जब दोनों महिला कलाकार कुशीनगर में आयोजित एक सांस्कृतिक कार्यक्रम से लौट रही थीं। बांसगांव क्षेत्र में किराए के कमरे में रहने वाली दोनों युवतियां जब एकला बांध के पास पहुंचीं, तब कुछ लोगों ने उन्हें जबरन रोककर कथित अपराध को अंजाम दिया। मामले में आर्केस्ट्रा संचालक सूरज की तहरीर पर केस दर्ज किया गया था।

25 जुलाई तक पुलिस ने चार्जशीट अदालत में दाखिल कर दी थी और मामले में नामजद आरोपियों – नीरज जायसवाल (गिरोह का सरगना), जय निषाद, कर्मवीर निषाद, सोनू निषाद और संत कुमार निषाद उर्फ नाटे के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ। नीरज जायसवाल को घटना के अगले ही दिन एक मुठभेड़ में गिरफ्तार किया गया था। फिलहाल दो आरोपी जमानत के लिए प्रयासरत हैं।

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