(न्यूज़लाइवनाउ – India) उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के इस्तीफे ने संसद में हलचल मचा दी है। जहां एक ओर विपक्षी दलों ने इसे सरकार का दबाव बताया है, वहीं सत्तारूढ़ पक्ष का कहना है कि कांग्रेस इस पूरे मामले को नाटकीय रूप देने की कोशिश कर रही है।
जानकारी के अनुसार, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने तय प्रोटोकॉल का पालन किए बिना राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात के लिए राष्ट्रपति भवन पहुंचने का निर्णय लिया। इस वजह से उन्हें राष्ट्रपति से मिलने के लिए लगभग आधे घंटे तक प्रतीक्षा करनी पड़ी। मुलाकात के बाद वे सीधे अपने कार्यालय लौट गए और इस्तीफे की प्रक्रिया पूरी की।
सरकार के साथ खटास के संकेत
धनखड़ द्वारा उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा देने के बाद, उनके और केंद्र सरकार के बीच लंबे समय से चल रही असहजता के कई उदाहरण सामने आने लगे हैं। बताया जाता है कि उन्होंने अप्रैल में भारत आए अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस से मुलाकात पर जोर दिया था। इसके अलावा, एक सार्वजनिक मंच से कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान को किसानों के मुद्दों पर कड़ी फटकार लगाने की घटना भी चर्चा में रही है।
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राष्ट्रपति भवन से जुड़े सूत्रों के अनुसार, सोमवार सुबह करीब 8:30 बजे जगदीप धनखड़ अचानक बिना पूर्व सूचना के राष्ट्रपति भवन पहुंचे। उनके इस अनपेक्षित आगमन से वहां हलचल का माहौल बन गया। अधिकारियों ने तुरंत राष्ट्रपति को इस बारे में सूचित किया। निर्धारित समय न होने के कारण उन्हें लगभग 30 मिनट प्रतीक्षा करनी पड़ी। इस दौरान धनखड़ ने राष्ट्रपति को अपना इस्तीफा सौंपा और इसके तुरंत बाद इस खबर को सोशल मीडिया पर सार्वजनिक कर दिया, जिससे सभी चौंक गए।
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